लखनऊ, उत्तर प्रदेश – भारतीय वायुसेना के पायलट और अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को उनके गृह नगर लखनऊ में सोमवार को भव्य स्वागत प्राप्त हुआ। यह ऐतिहासिक क्षण तब आया जब वह लगभग 20 दिनों तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर Axiom Mission 4 (Ax-4) मिशन पर रहने के बाद लौटे। ISS पर भारतीय होने का गौरव पाकर, शुभांशु शुक्ला ने देशवासियों के लिए इतिहास रचा।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुभांशु शुक्ला का स्वागत करते हुए कहा, “आज लखनऊ के लिए बड़ा दिन है। भारत का बेटा, लखनऊ का बेटा, आज लखनऊ की धरती पर कदम रख रहा है। जब से वह अंतरिक्ष से लौटे, लोग उनके आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। आज वह पल आ गया है। हम शुभांशु शुक्ला का हार्दिक स्वागत करते हैं।”
शुक्ला सुबह लखनऊ हवाई अड्डे पहुंचे, जहां बच्चों और समर्थकों की भीड़ ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उनके परिवार और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी इस मौके पर मौजूद रहकर उन्हें सम्मानित किया। इसके बाद, शुक्ला सीधे गोमतीनगर स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल पहुंचे, जहां उनके लिए विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
ISS पर Axiom Mission 4 के दौरान, शुभांशु शुक्ला ने Dragon अंतरिक्ष यान के जरिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा की। उनका यह मिशन न केवल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भविष्य में मानव अंतरिक्ष उड़ानों के लिए प्रेरणा भी बनता है। शुक्ला ने इस मिशन के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस बड़ी उपलब्धि से देश के आने वाले मिशनों को मार्ग मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभांशु शुक्ला को साहस, समर्पण और विज्ञान के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताते हुए कहा, “आपकी यह उपलब्धि हर भारतीय, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए गर्व का प्रतीक है। यह मिशन देश की विज्ञान और तकनीकी क्षमता को भी दर्शाता है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को शुभांशु शुक्ला और उनके सहयोगियों – ग्रुप कैप्टन पी.वी. नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन और ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप – को सम्मानित किया। शुक्ला ने रक्षा मंत्री द्वारा दिए गए सम्मान को स्वीकार करते हुए कहा कि यह मिशन देश के लिए बड़ी उपलब्धि है और भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान – मिशन गगनयान, भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन और भविष्य में चंद्रमा पर उतरने के प्रयासों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा न केवल लखनऊ शहर के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह पूरे देश में युवाओं और अंतरिक्ष विज्ञान के उत्साही लोगों के लिए प्रेरणास्रोत भी बन गई है। उनका यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में मील का पत्थर साबित होता है और वैश्विक स्तर पर भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान की क्षमताओं को उजागर करता है।
इस भव्य स्वागत समारोह और सम्मान के माध्यम से यह संदेश गया कि भारत न केवल विज्ञान और तकनीकी में तरक्की कर रहा है, बल्कि देशवासियों के बीच अंतरिक्ष अनुसंधान के महत्व और उपलब्धियों के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रहा है। शुभांशु शुक्ला का यह ऐतिहासिक मिशन आने वाले वर्षों में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की दिशा को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
लखनऊवासियों ने अपने नायक को स्वागत करते हुए कहा कि इस उपलब्धि से शहर और पूरे देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन हुआ है। Axiom Mission 4 से प्राप्त ज्ञान और अनुभव भविष्य में भारतीय मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे।
शुभांशु शुक्ला का यह मिशन और उनका लखनऊ आगमन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान और युवा वैज्ञानिकों के लिए प्रेरक घटना है, जो यह दिखाता है कि समर्पण, साहस और विज्ञान के प्रति प्रतिबद्धता से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।