शामली जिले में गुरुवार की शाम भैया दूज पर एक लाख के इनामी बदमाश मोहम्मद फैसल को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। फैसल ने उसी दिन झिंझाना क्षेत्र में पति-पत्नी से बाइक और जेवर लूटे थे। पुलिस को सूचना मिलने के तुरंत बाद घेराबंदी और चेकिंग शुरू की गई। रात 10 बजे दो संदिग्ध बाइक सवार दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में फैसल को गोली लगी और उसका साथी अंधेरे में भाग निकला। मुठभेड़ में SOG सिपाही दीपक निर्वाण को भी चोट आई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
फैसल की आपराधिक पहचान और गैंग संबंध
42 साल के मोहम्मद फैसल का संबंध कुख्यात संजीव जीवा गैंग से था। वह गैंग का शार्प शूटर माना जाता था और उसके खिलाफ लूट, हत्या समेत 17 मामले दर्ज थे। फैसल मूल रूप से मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला था, लेकिन खालापार मुजफ्फरनगर में सुसराल के पास किराए के मकान में परिवार के साथ रहता था। संजीव जीवा की हत्या के बाद फैसल ने गैंग के नए लीडर शाहरुख पठान के लिए काम करना शुरू किया। फैसल और शाहरुख ने मिलकर कई अपराध किए, जिनमें 2015 में मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में युवक आसिफ जायदा की हत्या भी शामिल है।
मुठभेड़ स्थल और पुलिस कार्रवाई
एनकाउंटर स्थल से पुलिस ने दो बाइक, दो पिस्टल और कई जिंदा कारतूस बरामद किए। पुलिस ने फैसल के साथी की तलाश के लिए जंगल में कॉम्बिंग शुरू कर दी। SSP एनपी सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके पर जांच की और सुरक्षा सुनिश्चित की। फैसल के एनकाउंटर के साथ ही शामली में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की एक मिसाल पेश की गई है। राज्य सरकार के अनुसार मार्च 2017 से अक्टूबर 2025 तक यूपी पुलिस ने 259 अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया है, जिसमें 15,000 से अधिक पुलिस एनकाउंटर हुए और 31,000 से ज्यादा अपराधी गिरफ्तार किए गए। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सतत सक्रिय है और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।




