पूर्णिया जिले के कसबा विधानसभा क्षेत्र में रविवार देर शाम का नजारा बेहद उत्साहपूर्ण रहा, जब निर्दलीय सांसद पप्पू यादव अपने अनोखे अंदाज में बुलेट पर सवार होकर सड़कों पर उतरे। उनके पीछे कांग्रेस प्रत्याशी मो. इरफान आलम बैठे थे और दोनों ने मिलकर जनता से संवाद किया। यह रोड शो महागठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में निकाला गया था, जिसमें सैकड़ों समर्थक और कार्यकर्ता बाइक रैली के रूप में शामिल हुए। बुलेट के काफिले के साथ लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिसने जगह-जगह फूलों की वर्षा कर पप्पू यादव और इरफान आलम का स्वागत किया। कसबा के मुख्य बाजारों, चौक-चौराहों और आवासीय इलाकों से गुजरते हुए इस रोड शो ने माहौल को पूरी तरह चुनावी बना दिया। क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने इस दौरान कांग्रेस के झंडे और राहुल गांधी के पोस्टर थामे हुए नारे लगाए।
सभा में पप्पू यादव का तीखा हमला और अपील
रोड शो के बाद पप्पू यादव ने श्रीनगर इलाके में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, SIR पार्टी और केंद्र एवं राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बिहार को विकास की बजाय बेरोजगारी और पलायन का राज्य बना दिया है। पप्पू यादव ने कहा कि सीमांचल और कसबा के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए महागठबंधन प्रत्याशी को जिताना जरूरी है, ताकि कांग्रेस और राहुल गांधी का हाथ मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हमेशा अल्पसंख्यकों, दलितों, पिछड़ों और गरीबों की आवाज को संसद में उठाया है। उन्होंने बिना थके हजारों किलोमीटर की यात्रा कर देश के हर वर्ग तक न्याय का संदेश पहुंचाया है। पप्पू यादव ने लोगों से अपील की कि वे कांग्रेस प्रत्याशी मो. इरफान आलम को भारी मतों से जीताकर राहुल गांधी की नीतियों को मजबूती दें। सभा में मौजूद लोगों ने “राहुल गांधी जिंदाबाद” और “पप्पू यादव आगे बढ़ो” जैसे नारों से माहौल को जोश से भर दिया।
कसबा में बहुकोणीय मुकाबला, आफाक आलम बने समीकरण के केंद्र
कसबा विधानसभा सीट इस बार जिले की सबसे हॉट सीटों में गिनी जा रही है। यहां महागठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी मो. इरफान आलम और NDA से लोजपा (रामविलास) के नितेश कुमार सिंह के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। लेकिन स्थिति दिलचस्प इसलिए बन गई है क्योंकि कांग्रेस के ही बागी नेता और वर्तमान विधायक आफाक आलम निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं। इसके अलावा पूर्व विधायक प्रदीप दास भी निर्दलीय तौर पर ताल ठोक रहे हैं। ऐसे में मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया है और हर उम्मीदवार अपने स्तर पर जातीय व स्थानीय समीकरण साधने की कोशिश में है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पप्पू यादव का समर्थन कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बना सकता है, खासकर मुस्लिम और यादव मतदाताओं के बीच, जो सीमांचल की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। पप्पू यादव के रोड शो के बाद कसबा का चुनावी तापमान और बढ़ गया है, और अब देखना यह होगा कि यह रोड शो कांग्रेस प्रत्याशी को कितनी मजबूती दे पाता है।




