नोएडा के सेक्टर-82 कट के पास मिली महिला की सिर कटी लाश ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। बीते गुरुवार को यह घटना सामने आने के बाद से पुलिस लगातार जांच में लगी है, लेकिन अब तक मृतका की पहचान नहीं हो सकी है। नोएडा पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 45 विशेष जांच टीमों का गठन किया है, जो आसपास के जिलों-गाजियाबाद, दिल्ली, बुलंदशहर, अलीगढ़ और आगरा-में जाकर गुमशुदा महिलाओं के रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। अब तक करीब 100 पुलिस थानों में वेरिफिकेशन अभियान चलाया गया, जिसमें 30 से 40 वर्ष की उम्र की लगभग 50 गुमशुदा महिलाओं का डेटा निकाला गया है। बावजूद इसके, मृतका की पहचान नहीं हो पाई है। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने घटना स्थल के आसपास व्यापक तलाशी अभियान चलाया और स्थानीय निवासियों से पूछताछ भी की, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। मामले की जांच की निगरानी एडीसीपी सुमित कुमार शुक्ला कर रहे हैं, जिन्होंने बताया कि यह अपराध योजनाबद्ध प्रतीत होता है और आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए सिर को अलग किया होगा।
सीसीटीवी और वाहनों की जांच से भी नहीं मिला सुराग, दो गाड़ियों पर शक गहराया
घटनास्थल के आस-पास सीसीटीवी कैमरे नहीं होने के कारण पुलिस को जांच में कई तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, करीब 200 मीटर की दूरी पर एक पेट्रोल पंप स्थित है, जहां लगे कैमरों की फुटेज को खंगालने का कार्य तीन दिनों से लगातार जारी है। पुलिस ने अब तक 600 से अधिक वाहनों के गुजरने की जानकारी एकत्र की है, लेकिन किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गाड़ी का स्पष्ट प्रमाण नहीं मिल सका। जांच के दौरान दो वाहनों पर शक गहराया है, जिनके बारे में पुलिस को अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। इन वाहनों को ट्रेस करने के लिए एक स्पेशल टीम गठित की गई है जो तकनीकी निगरानी और रूट मैपिंग के माध्यम से सुराग ढूंढ रही है। एडीसीपी शुक्ला ने बताया कि जहां लाश मिली, वह सड़क थोड़ी घुमावदार है और पेट्रोल पंप के कैमरों की सीधी कवरेज में नहीं आती, जिससे अपराधी संभवतः कैमरों की निगाह से बच गया। पुलिस अब आसपास के हाईवे, लोकल मार्गों और ई-रिकॉर्ड्स का भी विश्लेषण कर रही है ताकि अपराध से जुड़ी हर गतिविधि को जोड़कर एक स्पष्ट तस्वीर सामने लाई जा सके।
पहचान के लिए जारी किए बिछुए के फोटो, जनता से मदद की अपील
मृतका की पहचान के लिए पुलिस ने एक अनोखा कदम उठाया है। महिला के पैर में पहने बिछुए की तस्वीर सोशल मीडिया और थानों में जारी की गई है ताकि कोई व्यक्ति उसकी पहचान कर सके। पुलिस को शव के पास से कोई दस्तावेज या कपड़ा नहीं मिला, जिससे पहचान मुश्किल हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि महिला की लंबाई करीब 5 फीट 1 इंच है और उसके शरीर पर कोई अन्य पहचान चिन्ह नहीं पाया गया। मृतका की उम्र लगभग 30 से 35 वर्ष के बीच आंकी जा रही है। पुलिस अब गुमशुदगी दर्ज कराने वाले परिजनों से भी संपर्क कर रही है। इसके लिए एक विशेष महिला आईपीएस अधिकारी की निगरानी में टीम बनाई गई है जो जिले में गुमशुदा महिलाओं के परिजनों से कॉल और मुलाकात के माध्यम से जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने पहले घरेलू विवाद या अन्य कारणों से काउंसलिंग कराई थी, उनसे भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि किसी पुराने विवाद या घटना का लिंक मिल सके। नोएडा पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को इस महिला के बारे में कोई भी जानकारी हो तो तुरंत स्थानीय थाने या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें। पुलिस का मानना है कि जनता के सहयोग से ही इस भयावह हत्या की गुत्थी को सुलझाया जा सकेगा। फिलहाल पूरे इलाके में पुलिस की सतर्कता बढ़ा दी गई है और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल से मिले साक्ष्यों की जांच कर रही है। नोएडा की यह घटना न केवल क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अपराधी अब पहचान मिटाने के लिए कितनी योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दे रहे हैं। जांच एजेंसियां इसे प्राथमिकता से सुलझाने में जुटी हैं, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और शहर में सुरक्षा का भरोसा कायम रखा जा सके।




