गाजियाबाद में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की रहस्यमयी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मेरठ के गंगानगर थाना क्षेत्र के मवाना रोड निवासी 27 वर्षीय रजत प्रताप भाटी की लाश इंदिरापुरम के वन माल होटल के कमरे में फंदे से लटकी मिली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर जब कमरा खोला तो रजत का शव पंखे से लटका मिला और बगल में शराब की बोतलें, मोबाइल फोन, लैपटॉप और बैग रखे थे। यह कमरा नंबर 203 था, जहां वह तीन दिन से ठहरा हुआ था। परिजनों के अनुसार, रजत आत्महत्या नहीं कर सकता था और उस पर किसी युवती या महिला का मानसिक दबाव था। उनका आरोप है कि कोई उसे ब्लैकमेल या टॉर्चर कर रहा था, जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया होगा। पुलिस जांच में सामने आया है कि 3 नवंबर को एक युवती होटल में पहुंची थी, जो नोएडा की रहने वाली बताई जा रही है। उसी दिन रजत भी उसी होटल में चेक-इन किया था। होटल के कर्मचारियों से पूछताछ में पुष्टि हुई है कि युवती कुछ समय के लिए कमरे में उसके साथ रही थी और रात में चली गई। हालांकि, होटल रजिस्टर में युवती का नाम दर्ज नहीं मिला। अब पुलिस इसी युवती की तलाश में जुटी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि मौत की वजह क्या थी।
परिवार ने जताई साजिश की आशंका, कहा- रजत सुसाइड नहीं कर सकता
रजत के चाचा इंद्रपाल सिंह ने बताया कि उनका भतीजा मानसिक रूप से मजबूत और खुशमिजाज था, उसने कभी यह संकेत नहीं दिया कि वह परेशान है। वह नोएडा की एक आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत था और उसका सालाना पैकेज करीब 15 लाख रुपये था। परिजनों का कहना है कि हाल के कुछ महीनों से रजत का व्यवहार थोड़ा बदल गया था। वह परिवार को अपनी सैलरी का हिस्सा नहीं दे रहा था और कई बार मोबाइल पर तनावग्रस्त नजर आता था। घरवाले जब उससे शादी के बारे में पूछते तो वह बात टाल देता था। परिवार को संदेह है कि कोई युवती उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही थी और शायद आर्थिक रूप से भी ब्लैकमेल कर रही थी। घटना से एक दिन पहले यानी 4 नवंबर की शाम को रजत ने अपने घर फोन किया था और बिल्कुल सामान्य तरीके से बातचीत की थी। परिजन के मुताबिक, उस समय उसके व्यवहार में कोई असामान्यता नहीं दिखी। अगले दिन यानी 5 नवंबर की सुबह पुलिस से फोन आया कि रजत ने आत्महत्या कर ली है। परिवार का कहना है कि यह सुसाइड नहीं बल्कि किसी षड्यंत्र का परिणाम है और पुलिस को पूरी सच्चाई सामने लानी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), होटल के सीसीटीवी फुटेज और उस युवती के मोबाइल लोकेशन की जांच कराई जाए ताकि असली कारण का पता चल सके।
पुलिस ने जुटाए अहम सबूत, युवती और दोस्तों से पूछताछ की तैयारी
गाजियाबाद पुलिस ने रजत की मौत को फिलहाल आत्महत्या मानते हुए जांच शुरू कर दी है, लेकिन कई बिंदुओं पर संदेह बरकरार है। डीसीपी ट्रांस हिंडन जोन निमिष पाटील ने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला सुसाइड प्रतीत हो रहा है, लेकिन इसके पीछे की परिस्थितियों की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस ने होटल के कमरे से मिले सभी सामान को सील कर दिया है और फॉरेंसिक टीम ने मौके से फिंगरप्रिंट व अन्य साक्ष्य जुटाए हैं। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि 3 नवंबर को एक युवती होटल में आई थी, जिसकी पहचान फिलहाल गुप्त रखी जा रही है। माना जा रहा है कि वही युवती इस पूरे मामले की कुंजी है और वही बता सकती है कि रजत की मौत की असली वजह क्या थी। इसके अलावा पुलिस रजत के उन दोस्तों से भी पूछताछ करेगी जो 4 नवंबर को होटल में पार्टी के लिए आए थे। होटल स्टाफ और रिसेप्शन कर्मियों से भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस ने रजत के मोबाइल फोन और लैपटॉप को कब्जे में लेकर डिजिटल जांच शुरू कर दी है। CDR रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि रजत किन लोगों के संपर्क में था और आखिरी बार उसने किससे बात की थी। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल डेटा और CCTV फुटेज से पूरी घटना की कड़ी जुड़ जाएगी। इस बीच, परिजन मेरठ से गाजियाबाद पहुंचकर न्याय की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और तथ्यों पर आधारित होगी, और किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।




