मुजफ्फरनगर जिले के भोपा थाना क्षेत्र के मोहल्ला चौक में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे एक दर्दनाक घटना हुई। 55 वर्षीय ब्रजवीर सिंह, जो खेती-किसानी करता था, ने अपने बेटे रॉबिन और बहू रविता पर लाइसेंसी 12 बोर बंदूक से गोलियां चला दीं। फायरिंग के बाद अफरातफरी मच गई। पड़ोसियों ने शोर सुनकर घर की ओर दौड़ लगाई और दोनों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने जांच के बाद रॉबिन को मृत घोषित कर दिया जबकि रविता को गोली हाथ में लगी है और वह फिलहाल उपचाराधीन है। एसएसपी संजय कुमार ने बताया कि आरोपी पिता की पत्नी की पांच साल पहले मौत हो चुकी थी। इसके बाद से घर की देखभाल की जिम्मेदारी बेटे और बहू पर थी। लेकिन पिता को अक्सर शिकायत रहती थी कि बेटा-बहू उसकी देखभाल नहीं करते। इसी बात को लेकर घर में आए दिन झगड़े होते थे। शुक्रवार को भी मामूली कहासुनी हुई, जो धीरे-धीरे गुस्से में बदल गई। क्रोध में अंधे पिता ने बंदूक उठाई और बेटे पर फायर कर दिया, फिर भागती हुई बहू को भी गोली मार दी।
बहू ने बताया वारदात का पूरा सिलसिला
जिला अस्पताल में भर्ती बहू रविता ने बयान दिया कि सुबह घर में झगड़ा हुआ था। थोड़ी देर बाद ससुर ब्रजवीर ने बंदूक उठाई और अचानक फायरिंग शुरू कर दी। पहली गोली पति के पेट में लगी जिससे वे वहीं गिर पड़े। जब वह खुद भागने की कोशिश कर रही थी तो ससुर ने उस पर भी निशाना साधा। रविता ने कहा कि फायर होते ही उसने बंदूक पकड़ने की कोशिश की जिससे गोली उसके हाथ में लग गई। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने दोनों को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने रॉबिन को मृत घोषित कर दिया। रॉबिन के दो बच्चे हैं-16 वर्षीय बेटा आकर्ष और 9 वर्षीय बेटी अक्षि। दोनों स्थानीय हेरिटेज पब्लिक स्कूल में पढ़ते हैं। पड़ोसियों के अनुसार, घर में अक्सर झगड़े की आवाजें सुनी जाती थीं। आरोपी की पत्नी के निधन के बाद से ही उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो गया था। ग्रामीणों का कहना है कि घटना के बाद भी ब्रजवीर मौके से भागा नहीं बल्कि वहीं बैठा रहा। जब पुलिस पहुंची तो उसने बिना विरोध किए खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। रॉबिन की सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें हैं जिनमें वह राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ नजर आ रहा है, जिससे पता चलता है कि वह राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय था।
पुलिस जांच में जुटी, आरोपी से पूछताछ जारी
वारदात की सूचना मिलते ही मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) संजय कुमार स्वयं मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से कारतूस और हथियार जब्त कर लिए हैं। SSP ने बताया कि आरोपी ने अपने लाइसेंसी हथियार से फायरिंग की है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है ताकि घटना की असली वजह स्पष्ट हो सके। उन्होंने कहा कि बहू के बयान को भी जांच में शामिल किया जा रहा है और मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में यह साफ हुआ है कि पारिवारिक तनाव और अकेलेपन ने इस वारदात को जन्म दिया। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। लोग कह रहे हैं कि परिवार के भीतर संवाद की कमी और बढ़ते तनाव समाज के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह मामला न केवल पारिवारिक रिश्तों में बढ़ते तनाव की एक भयावह मिसाल है बल्कि समाज में मानसिक संतुलन और पारिवारिक संवेदनशीलता के महत्व पर भी गंभीर सवाल उठाता है। फिलहाल आरोपी हिरासत में है और पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या यह वारदात अचानक गुस्से में की गई या इसके पीछे कोई और गहरी वजह थी।




