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Uttar Pradesh News : मुरादाबाद के रेस्टोरेंट में सिलेंडर ब्लास्ट से मची तबाही, भीषण आग में महिला की मौत, 10 से अधिक झुलसे

Moradabad restaurant fire after cylinder explosion | UP News

मुरादाबाद के कटघर इलाके में रविवार रात हुआ यह हादसा पूरे शहर को दहला गया। रामपुर रोड स्थित परी रेस्टोरेंट की तीन मंजिला बिल्डिंग में रात करीब 10 बजे अचानक आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पास में एक शादी समारोह चल रहा था जहां द्वारचार के दौरान आतिशबाजी हो रही थी। तभी एक पटाखा उड़कर रेस्टोरेंट के अंदर जा गिरा और कुछ ही सेकंड में लपटें उठने लगीं। मौके पर मौजूद लोग पहले तो कुछ समझ नहीं पाए, लेकिन देखते ही देखते आग इतनी भीषण हो गई कि पूरे रेस्टोरेंट में धुआं और लपटें फैल गईं। रसोई में रखे गैस सिलेंडर एक के बाद एक फटने लगे, जिससे आग की तीव्रता कई गुना बढ़ गई। हादसे के समय रेस्टोरेंट में करीब 16 लोग मौजूद थे। सीढ़ियों पर धुआं भर जाने से बाहर निकलना नामुमकिन हो गया था। लोग घबराकर खिड़कियां तोड़ने लगे ताकि किसी तरह बाहर निकला जा सके। इस दौरान एक युवक ने जान बचाने के लिए पहली मंजिल से छलांग लगा दी। थोड़ी देर में फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। आग इतनी तेज थी कि उसे बुझाने में करीब दो घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। दमकल की सात से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला। रेस्टोरेंट मालिक की मां माया श्रीवास्तव (56) की मौत मौके पर ही हो गई जबकि दस से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए। सभी घायलों को तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।

सिलेंडर ब्लास्ट से मची तबाही, पड़ोसी इमारतें भी चपेट में आईं

रेस्टोरेंट मालिक प्रदीप श्रीवास्तव की यह तीन मंजिला इमारत क्लार्क्स इन होटल के सामने स्थित है। नीचे दो मंजिलों पर परी रेस्टोरेंट संचालित किया जा रहा था, जबकि तीसरी मंजिल पर मालिक का परिवार रहता था। आग लगते ही ऊपर की मंजिल पर मौजूद परिवार फंस गया। कर्मचारियों ने बताया कि धमाके इतने जोरदार थे कि दीवारें तक हिल गईं। रसोई में रखे पांच सिलेंडर क्रम से फटते चले गए, जिससे लपटें पूरे भवन में फैल गईं। कुछ ही मिनटों में फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान और सजावट की सारी वस्तुएं राख में बदल गईं। हादसे के दौरान प्रदीप श्रीवास्तव का भाई सचिन श्रीवास्तव और उसका परिवार भी झुलस गया। सचिन की पत्नी साधना (36), बेटी परी (9), प्रदीप की पत्नी शिवानी (32) और अन्य परिजन को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेस्टोरेंट के बगल में बने गैराज में भी आग फैल गई, जिससे वहां खड़ी गाड़ियां और उपकरण जलकर नष्ट हो गए। आग की भयावहता को देखते हुए पुलिस ने आसपास की पूरी बिल्डिंग को खाली करा लिया ताकि कोई और बड़ा नुकसान न हो। करीब दो घंटे तक इलाके में अफरा-तफरी का माहौल रहा। दमकलकर्मी लगातार पानी की बौछारें करते रहे जबकि पुलिस आसपास की भीड़ को नियंत्रित करने में जुटी रही। इस बीच कई स्थानीय लोग बचाव कार्य में मदद के लिए आगे आए। पुलिस ने बताया कि अगर फायर टीम समय पर नहीं पहुंचती तो जानमाल का नुकसान और भी बड़ा हो सकता था।

रेस्क्यू अभियान से लेकर जांच तक, प्रशासन हरकत में

घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। चीफ फायर ऑफिसर राजीव कुमार पांडेय ने बताया कि रात करीब 10 बजे सूचना मिली कि परी रेस्टोरेंट में आग लगी है। तुरंत सात फायर टेंडर भेजे गए और फिर जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त वाहन भी बुलाए गए। आग पर काबू पाने में करीब दो घंटे लगे। टीम ने सीढ़ियों के सहारे फंसे लोगों को रेस्क्यू किया और कई को कंधे पर लादकर नीचे उतारा गया। हादसे से जुड़े वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह लोग खिड़कियों से बचने की कोशिश कर रहे थे जबकि नीचे मौजूद लोग चादरें तानकर उन्हें सुरक्षित पकड़ने की कोशिश कर रहे थे। एसपी सिटी ने बताया कि सभी घायलों का इलाज जारी है और रेस्टोरेंट मालिक प्रदीप श्रीवास्तव से पूछताछ की जा रही है ताकि घटना के सही कारणों की पुष्टि हो सके। शुरुआती जांच में आतिशबाजी से उड़कर आए पटाखे को आग लगने का प्रमुख कारण माना जा रहा है, लेकिन अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है, जिसमें सुरक्षा मानकों और गैस सिलेंडर के रखरखाव की स्थिति शामिल है। फिलहाल पुलिस ने रेस्टोरेंट परिसर को सील कर दिया है और फॉरेंसिक टीम साक्ष्य जुटा रही है। स्थानीय प्रशासन ने हादसे में मृतक के परिवार को आर्थिक मदद देने और घायलों के उपचार के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। शहरवासी इस दर्दनाक घटना से स्तब्ध हैं। यह हादसा इस बात की चेतावनी है कि त्योहारों या समारोहों के दौरान जरा सी लापरवाही किस तरह बड़ी तबाही में बदल सकती है। मुरादाबाद का यह हादसा न केवल सुरक्षा व्यवस्थाओं की कमियों को उजागर करता है बल्कि यह भी दिखाता है कि आतिशबाजी जैसी लापरवाहियों के कारण कितनी जानें खतरे में पड़ सकती हैं। प्रशासन अब जांच के बाद संबंधित जिम्मेदारों पर कार्रवाई की तैयारी में है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

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