कौशांबी के सरायअकिल थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय युवती के साथ लंबे समय तक शारीरिक शोषण का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवती के चचेरे भाई ने महीनों तक उसे धमकी देकर शारीरिक संबंध बनाए, जिससे वह गर्भवती हो गई। गर्भ बढ़ने के बाद परिवार ने लोकलाज के डर से इसे छुपाया और युवती के पेट में पल रहे बच्चे को ट्यूमर बताकर छिपाने का प्रयास किया। 19 अक्टूबर को युवती ने बच्चे को जन्म दिया, लेकिन जन्म के कुछ ही घंटों बाद नवजात की निर्मम हत्या कर दी गई।
नवजात की हत्या और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
घटना के दो दिन बाद, 21 अक्टूबर को ग्रामीणों ने तालाब में नवजात का शव तैरता देखा। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। 22 अक्टूबर को रिपोर्ट में यह सामने आया कि बच्चे की मौत गला दबाने और सिर पर चोट लगने से हुई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि युवती की मां और सगे भाई ने मिलकर नवजात की हत्या की थी। पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया और आरोपी चचेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मां और भाई फरार हैं।
पुलिस कार्रवाई और जांच का हाल
एसपी कौशांबी राजेश कुमार के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी कुलदीप तिवारी को अतरसूईया पुलिया के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सीओ चायल अभिषेक सिंह ने बताया कि युवती के भाई की तहरीर पर रेप और गर्भपात की जानकारी मिलने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। फिलहाल पुलिस युवती की मां और सगे भाई की भूमिका की जांच कर रही है। ग्रामीण और पुलिस दोनों ही इस घटना से स्तब्ध हैं और पूरे मामले की गहन जांच जारी है। यह घटना कौशांबी जिले में नाबालिग एवं महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर चेतावनी के रूप में देखी जा रही है।




