उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को हुई एक दर्दनाक वारदात ने पूरे शहर को झकझोर दिया। बर्रा थाना क्षेत्र के हरदेव नगर में रहने वाले 22 वर्षीय शिवम सक्सेना नामक युवक ने एक महिला से एकतरफा प्रेम के जुनून में उसकी मासूम संतान की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, शिवम उसी मकान में किराए पर रहता था जहां महिला ममता अपने पति माखन सोनकर और तीन बच्चों के साथ रहती थी। माखन एक राजमिस्त्री हैं और उनका परिवार आठ महीने पहले इस मकान में शिफ्ट हुआ था। वहीं, आरोपी शिवम अपने माता-पिता और बहन के साथ उसी मकान में रहता था और दादा नगर की एक फैक्ट्री में काम करता था। वह ममता से दीवानगी की हद तक प्यार करता था और उसे अपने साथ चंडीगढ़ चलने का दबाव डालता था। लेकिन ममता हर बार उसके प्रस्ताव को ठुकरा देती थी। इसी इंकार ने युवक के मन में नफरत का जहर भर दिया और उसने प्रतिशोध की भावना में बच्चे की हत्या की साजिश रच डाली। शुक्रवार दोपहर करीब 1:30 बजे जब ममता का बेटा आयुष घर के बाहर खेल रहा था, शिवम ने उसे चॉकलेट का लालच दिया और अपने साथ ले गया। पहले उसे स्नेही चौराहा और फिर ऑटो से अर्रा क्षेत्र तक लेकर पहुंचा। वहां पांडु नदी के पास सुनसान जगह में उसने मासूम का गला दबाकर हत्या कर दी और शव को नदी किनारे फेंककर फरार हो गया।
CCTV फुटेज ने खोला राज, बच्चे की तलाश में जुटी पुलिस ने 9 घंटे बाद निकाला शव
आयुष के गायब होने के बाद घर में हड़कंप मच गया। ममता ने पति के आने पर बताया कि बेटा बाहर खेलते हुए कहीं चला गया है और वापस नहीं लौटा। परिजनों और पड़ोसियों ने आसपास खोजबीन शुरू की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। थाना बर्रा पुलिस ने बच्चे की तलाश में इलाके के CCTV फुटेज खंगाले। एक फुटेज में आरोपी शिवम बच्चे को ले जाता दिखा, जबकि दूसरे फुटेज में वह अकेला लौटता नजर आया। इसी आधार पर पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस करते हुए पांडु नदी क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया। शाम करीब 5 बजे पुलिस को नदी के पास झाड़ियों में आयुष का शव मिला। मासूम के शव को देखकर इलाके में सनसनी फैल गई और सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। मां ममता का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार बेहोश हो रही थी जबकि बहन मानवी को मोहल्ले की महिलाएं संभाल रही थीं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने इकट्ठा किए। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में स्पष्ट है कि हत्या व्यक्तिगत प्रतिशोध और एकतरफा प्रेम के चलते की गई है। बच्चे की हत्या की यह वारदात सिर्फ एक परिवार नहीं बल्कि पूरे समाज को हिला देने वाली है, जहां एक सिरफिरे प्रेमी की विकृत मानसिकता ने एक निर्दोष की जान ले ली।
पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ आरोपी, एक तमंचा और कारतूस बरामद; इंस्पेक्टर ने बताया पूरी कहानी
शव मिलने के बाद कानपुर पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित कीं और रातभर शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की। देर रात करीब 2:25 बजे आरोपी शिवम सक्सेना फत्तेपुर मोड़ चौराहे के पास पैदल दिखाई दिया। पुलिस ने घेराबंदी की तो शिवम ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। उसकी गोली पुलिस की गाड़ी के बोनट में लगी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायर किया, जिसमें शिवम के दाहिने पैर में गोली लगी और वह जमीन पर गिर गया। बर्रा इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घायल अवस्था में आरोपी को पकड़ा गया और उससे एक तमंचा व तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए। पुलिस ने उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है और अब उससे पूछताछ जारी है। डीसीपी दक्षिण ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह ममता को लंबे समय से पसंद करता था और जब उसने उसका प्रस्ताव ठुकराया तो उसने गुस्से में आकर उसके बेटे की हत्या की। फिलहाल आरोपी पर अपहरण, हत्या और पुलिस पर जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि यह मामला प्रेम के नाम पर उत्पन्न मानसिक विकृति और असंतुलन का उदाहरण है, जिसमें एक नाकाम आशिक ने एक निर्दोष मासूम की जिंदगी खत्म कर दी। यह घटना न केवल कानपुर बल्कि पूरे प्रदेश के लिए चेतावनी है कि समाज में ऐसे विकृत मानसिकता वाले लोगों की पहचान और रोकथाम जरूरी है ताकि किसी और मासूम की जिंदगी न छीनी जाए।




