गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के सिकरीगंज क्षेत्र के ढेबरा बाजार स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के अभाव में एक महिला फर्श पर तड़पती रही। यह घटना शनिवार को हुई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। शिवपुर गांव की चंदा पुत्री हुबई गंभीर स्थिति में इलाज के लिए अस्पताल पहुंची थी, लेकिन वहां किसी डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण वह घंटों तक दर्द से कराहती रही। समय पर एम्बुलेंस न आने के कारण परिजन उसे निजी साधन से दूसरे अस्पताल ले जाने को मजबूर हुए। इस घटना ने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में सेवाओं की कमी और गंभीर लापरवाही को उजागर किया।
स्थानीय निवासियों की नाराजगी और डॉक्टरों की कमी
स्थानीय निवासी नारायण, रामदरश, बजरंगी, योगेंद्र और रामकेश ने बताया कि ढेबरा अस्पताल में लंबे समय से स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति नहीं है। कुछ समय पहले एक चिकित्सक की नियुक्ति हुई थी, लेकिन वे पिछले एक माह से मेडिकल लीव पर हैं। ऐसे में अस्पताल केवल फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ता है। इससे उन्हें निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है और आर्थिक बोझ भी बढ़ता है।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
घटना के बाद स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जे.पी. त्रिपाठी ने बताया कि पहले तैनात डॉक्टर वहां से चले गए हैं और जल्द ही दूसरे डॉक्टर की नियुक्ति का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों को निराश नहीं होने दिया जाएगा और स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति के जरिए समस्या का समाधान किया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि तत्काल कदम उठाए बिना स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता पर गंभीर असर पड़ेगा।