गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़िता ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी शादी वर्ष 2007 में सेना में कार्यरत हरेंद्र यादव से हुई थी। शादी के एक माह बाद ही पति ड्यूटी पर चले गए और चार माह बाद छुट्टी पर लौटने के बाद ससुराल वालों ने पांच लाख रुपये की मांग शुरू कर दी। पीड़िता के अनुसार उसने बार-बार समझाने की कोशिश की कि उसके पिता इस तरह की रकम देने में सक्षम नहीं हैं, लेकिन परिवार का दबाव जारी रहा। इस बीच दंपति को दो बेटियां और एक बेटा हुआ, लेकिन हालात नहीं बदले। पीड़िता ने बताया कि पति के सेना से रिटायर होने के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस में जॉइन किया और आर्थिक मांगें और बढ़ गईं।
10 लाख रुपये की नई मांग और मारपीट का आरोप
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि रविवार को पति ने चार पहिया वाहन खरीदने के लिए 10 लाख रुपये की मांग रखी। जब उसने इस मांग को ठुकराया तो बच्चों के सामने उसकी पिटाई की गई। अगले दिन पंचायत के बाद पति और सास ने उसे एम्स थाना क्षेत्र में छोड़ दिया और उसके गहने तक गिरवी रख लिए। पीड़िता का आरोप है कि 24 अगस्त को उसे फिर से घर में मारा-पीटा गया और जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद वह मजबूरी में अपने मायके चली गई।
पुलिस में केस दर्ज, जांच शुरू
पीड़िता की शिकायत पर खजनी थानाध्यक्ष अनूप सिंह के निर्देश पर पति हरेंद्र यादव, सास और ननदों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और धमकी देने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच सब-इंस्पेक्टर सचिन कुमार सिंह को सौंपी गई है। पुलिस ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही आरोपियों के बयान दर्ज किए जाएंगे और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर दहेज प्रथा और इसके चलते महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को उजागर किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए ताकि पीड़ित महिला को सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन मिल सके।