गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – भारतीय रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गोरखपुर के रास्ते चलने वाली सुपरफास्ट वैशाली एक्सप्रेस का मार्ग सहरसा से आगे बढ़ाकर अब ललितग्राम (जिला सुपौल, बिहार) तक करने का निर्णय लिया है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि सात दिसंबर 2025 से वैशाली एक्सप्रेस नए रूट पर चलेगी और इसके साथ ट्रेन नंबर भी बदलेगा। अब यह ट्रेन 15565/15566 नंबर से “ललितग्राम-नई दिल्ली-ललितग्राम वैशाली एक्सप्रेस” के नाम से चलाई जाएगी। इस विस्तार के साथ बिहार के सुपौल और आसपास के जिलों के यात्रियों को राजधानी दिल्ली तक सीधा रेल संपर्क मिलेगा, जिससे उन्हें यात्रा में अधिक सुविधा होगी। रेलवे के अनुसार यह कदम क्षेत्रीय यात्रियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस ट्रेन का परिचालन और ठहराव पूर्ववत रहेगा, केवल मार्ग विस्तार और नंबर में बदलाव किया गया है।
नई समय सारिणी और यात्रा विवरण
नई व्यवस्था के अनुसार वैशाली एक्सप्रेस अब नई दिल्ली से रात 8:40 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 10:30 बजे ललितग्राम पहुंचेगी। वहीं, वापसी में यह ट्रेन ललितग्राम से सुबह 4:00 बजे प्रस्थान कर निर्धारित स्टेशनों पर रुकते हुए अगले दिन सुबह 6:30 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। इस ट्रेन का नंबर पहले 12553/12554 था, जो अब 15565/15566 के रूप में संचालित होगी। रेलवे के अनुसार ट्रेन के ठहराव और समय में सहरसा से नई दिल्ली के बीच कोई बदलाव नहीं किया गया है। वैशाली एक्सप्रेस गोरखपुर, छपरा, हाजीपुर, पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और सहरसा जैसे प्रमुख स्टेशनों पर पूर्व की तरह रुकेगी। केवल सहरसा से आगे ललितग्राम तक का मार्ग जोड़ा गया है, जिससे सुपौल और आस-पास के यात्रियों को अब राजधानी जाने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यह ट्रेन बिहार और उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी, खासकर त्योहारी सीजन और भीड़भाड़ वाले दिनों में।
रेलवे के फैसले से यात्रियों में खुशी, क्षेत्रीय संपर्क को मिलेगा बढ़ावा
रेलवे के इस निर्णय से न केवल सुपौल और ललितग्राम क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा बल्कि पूर्वोत्तर बिहार के यात्रियों के लिए नई दिल्ली की यात्रा भी अधिक सुविधाजनक हो जाएगी। वैशाली एक्सप्रेस पहले बरौनी तक चलती थी, बाद में इसका विस्तार सहरसा तक किया गया था, और अब इसे ललितग्राम तक बढ़ा दिया गया है। इससे क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी का दायरा और विस्तृत हो गया है। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने रेलवे के इस निर्णय का स्वागत किया है और कहा कि लंबे समय से इस विस्तार की मांग की जा रही थी। इससे न केवल यात्रा का समय बचेगा बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। रेलवे ने बताया कि यह ट्रेन गोरखपुर के रास्ते पूर्व की तरह चलेगी, इसलिए उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए भी इसका संचालन पहले जैसा ही रहेगा। अधिकारियों ने कहा कि अगर इस रूट पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती रही तो भविष्य में इस मार्ग पर अतिरिक्त ट्रेनों की भी संभावना है। रेलवे का यह कदम क्षेत्रीय विकास और यात्री सुविधा दोनों दृष्टि से अहम माना जा रहा है।