गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि दिवाली से पहले राज्य के सभी 75 जिलों में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) और स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि यह पहल स्थानीय उद्योगों और कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है। प्रदर्शनी में स्थानीय हस्तशिल्प, टेराकोटा, रेडीमेड गारमेंट और अन्य उत्पादों को प्रमुखता दी जाएगी।
गोरखपुर में विशेष तौर पर टेराकोटा और रेडीमेड गारमेंट पर जोर रहेगा, जिससे इस क्षेत्र के कारीगरों और छोटे उद्यमियों को बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत करने का अवसर मिलेगा। प्रदर्शनी में आने वाले ग्राहकों को सीधे उत्पादकों से खरीदारी का मौका मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सकेगी।
उद्यमियों की मांग पर सरकार ने जताया सहयोग
चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आरएन सिंह और पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल के नेतृत्व में आए उद्यमियों ने गोरखपुर में बड़ी प्रदर्शनी लगाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने इस पर सहमति जताई और आश्वासन दिया कि सरकार गारमेंट सेक्टर और टेराकोटा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास की तेज राह पर है और इस तरह की पहल स्थानीय रोजगार बढ़ाने और कारीगरों को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाने में मदद करेगी। प्रदर्शनी में आए उद्यमियों ने सामाजिक उत्तरदायित्व की पहल भी साझा की, जिससे यह कार्यक्रम केवल व्यापारिक लाभ तक सीमित न रहकर समाज के लिए भी लाभकारी साबित हो।
प्रदर्शनी से जुड़े लाभ और भविष्य की योजना
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की प्रदर्शनी से न केवल स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ग्राहकों को गुणवत्ता और विविधता से भरे उत्पाद खरीदने का अवसर भी मिलेगा। यह कदम राज्य के कुटीर उद्योग, हस्तशिल्प और रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
रेलवे और सड़क मार्गों के माध्यम से प्रदर्शनी को अच्छी तरह से कनेक्टिविटी दी जाएगी, ताकि जिले-दर-जिले अधिक से अधिक लोग इसमें शामिल हो सकें। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रदर्शनी में आने वाले सभी उत्पादक और कारीगर अपने उत्पादों को उचित मूल्य पर पेश कर सकें। यह पहल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति देने और स्थानीय उद्यमियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मदद करेगी।