गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में नेपाल की पहाड़ियों पर लगातार हो रही बारिश का असर जिले की नदियों पर साफ दिखाई दे रहा है। सरयू और रोहिन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है जबकि राप्ती नदी भी खतरे के करीब है। शुक्रवार शाम चार बजे तक बर्डघाट में राप्ती नदी का जलस्तर खतरा बिंदु से महज 0.04 मीटर नीचे दर्ज किया गया। नदियों के बढ़ते जलस्तर ने तटीय गांवों के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कई इलाकों में पानी भरने से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी करनी पड़ रही है।
कटान और जलभराव से दहशत
नदियों में आई तेज धारा के कारण रिगौली-बेलसर बंधे और उत्तरासोत क्षेत्र में कटान तेज हो गई है। सिंचाई विभाग के इंजीनियर और कर्मचारी प्रभावित क्षेत्रों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। कैंपियरगंज तहसील के बुढ़ेली गांव का कोमर टोला पूरी तरह पानी से घिर गया है। प्रशासन ने वहां नाव की व्यवस्था कर दी है ताकि ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला जा सके। जलभराव से घरों में पानी घुसने का खतरा बढ़ गया है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
प्रशासन की तैयारी और राहत कार्य
सिंचाई विभाग ने नदियों के जलस्तर और कटान की निगरानी के लिए ड्रोन सर्वे शुरू कर दिया है। ड्रोन से प्राप्त तस्वीरों के आधार पर संवेदनशील स्थानों पर मरम्मत और बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी और बाढ़ नियंत्रण कक्ष लगातार स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि जलस्तर और बढ़ा तो राहत शिविर खोले जाएंगे और प्रभावित गांवों में खाद्य सामग्री एवं चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सतर्क रहें।