गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में सेवा पखवाड़ा के अवसर पर राजकीय दृष्टि बाधित बालिका विद्यालय, नॉर्मल कैंपस में दिव्यांग जनशक्तिकरण विभाग की ओर से विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में दिव्यांग जनशक्तिकरण अधिकारी कमलेश वर्मा की देखरेख में कई दिव्यांग बच्चों को ट्राई साइकिलें वितरित की गईं, ताकि वे अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर जीवन जी सकें। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में एमएलसी डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह और विधायक प्रदीप कुमार शुक्ला मौजूद रहे। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए उनका उत्साह बढ़ाया और कहा कि जीवन में चुनौतियों को साहस और आत्मविश्वास के साथ पार करना ही असली सफलता है। जनप्रतिनिधियों ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए इस तरह के प्रयासों को समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण बताया।
समाजसेवियों को मिला सम्मान और योगदान की सराहना
कार्यक्रम में दिव्यांगों के उत्थान और सहयोग के लिए लंबे समय से कार्य कर रहे समाजसेवियों को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया। इस सूची में नंदकिशोर यादव, संत बाली, ज्ञानेंद्र ओझा, उमेश चंद्र और किरण लक्ष्मी प्रजापति शामिल रहे। इन्हें प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। आयोजकों और अतिथियों ने कहा कि समाज में ऐसे लोग ही वास्तव में बदलाव के वाहक होते हैं, जो निःस्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की मदद करते हैं। सम्मानित समाजसेवियों ने भी अपनी ओर से यह वचन दिया कि वे दिव्यांग जनों की भलाई और उनके सशक्तिकरण के लिए आगे भी निरंतर कार्य करते रहेंगे। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने जोर दिया कि ऐसे आयोजनों से न केवल दिव्यांग समुदाय को लाभ होता है बल्कि समाज में संवेदनशीलता और सहयोग की भावना भी मजबूत होती है।
दिव्यांग सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ते कदम
इस आयोजन ने गोरखपुर में दिव्यांग समुदाय के सशक्तिकरण और उनकी सामाजिक भागीदारी को बढ़ावा देने का एक मजबूत संदेश दिया। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में दिव्यांग बच्चों और युवाओं को अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि समाज और प्रशासन की साझी पहल से ही दिव्यांग जनों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन लाया जा सकता है। कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि जब सरकार, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी मिलकर काम करते हैं, तो दिव्यांग बच्चों के लिए बेहतर भविष्य का मार्ग प्रशस्त होता है। उपस्थित लोगों ने यह भी उम्मीद जताई कि आने वाले समय में और अधिक योजनाएं और पहलें सामने आएंगी, जिससे दिव्यांग समुदाय को समान अवसर और सम्मानजनक जीवन मिल सकेगा।