गोरखपुर पुलिस की सतर्कता से दो महिलाओं को मिली राहत
गोरखपुर की ट्रैफिक पुलिस ने आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से दो महिलाओं का खोया हुआ कीमती सामान तीन दिन के अंदर ढूंढ निकाला। शहर के अलग-अलग इलाकों में ऑटो में छूटे इन बैगों में लाखों रुपये की ज्वेलरी और नकदी थी।
दोनों घटनाओं में महिलाओं ने अपने बैग गलती से ऑटो में भूल गए थे, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आईटीएमएस सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों की सहायता से ऑटो का पता लगाया।
यह पूरी कार्रवाई गोरखपुर ट्रैफिक पुलिस की सतर्कता और तकनीकी दक्षता का उदाहरण बन गई है।
पहली घटना महादेवा बाजार की रहने वाली मीरा देवी की है, जो 1 अक्टूबर को मोहद्दीपुर के लिए ऑटो से रवाना हुई थीं। उनके पास एक बैग था जिसमें लगभग तीन लाख रुपये की ज्वेलरी और घरेलू सामान रखा हुआ था। गंतव्य पर पहुंचने के बाद जल्दबाजी में उतरते समय वह बैग ऑटो में ही रह गया।
दूसरी घटना 3 अक्टूबर की है जब बिहार के गोपालगंज की रहने वाली ब्यूटी देवी झारखंडी मंदिर से गोरखनाथ मंदिर दर्शन के लिए ऑटो से गई थीं। यात्रा पूरी होने के बाद उन्हें पता चला कि उनका बैग भी ऑटो में छूट गया है। इस बैग में लगभग डेढ़ लाख रुपये की ज्वेलरी और करीब तीन हजार रुपये नकद रखे हुए थे।
दोनों ही मामलों में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के हाई रेजोल्यूशन कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज से ऑटो का नंबर पता लगाने के बाद पुलिस ने संबंधित ड्राइवर को खोज निकाला। पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि उसे बैग के बारे में जानकारी नहीं थी और वह अनजाने में आगे चला गया था। पुलिस ने बैग बरामद कर उसमें रखे सभी सामान की जांच की, जिसमें दोनों महिलाओं के गहने और अन्य वस्तुएं सुरक्षित मिलीं। शनिवार को एसपी ट्रैफिक के निर्देश पर दोनों महिलाओं को यातायात कार्यालय बुलाया गया, जहां उनके बैग सुरक्षित रूप से सौंपे गए।