गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के रामगढ़ताल क्षेत्र में शुक्रवार देर रात नौकायन रोड पर एक बड़ा सड़क हादसा होते-होते टल गया। देर रात करीब 11:30 बजे यूपी-53-डीबी-4095 नंबर की स्विफ्ट कार तेज रफ्तार में दौड़ रही थी। चश्मदीदों के मुताबिक कार में तेज म्यूजिक बज रहा था और गाड़ी बेकाबू होकर अचानक डिवाइडर पर चढ़ गई, जिससे कार पलट गई। पलटने के बाद वहां मौजूद लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे। हादसे के वक्त सड़क पर मौजूद लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए तुरंत कार की खिड़की तोड़कर उसमें फंसे दोनों युवकों को बाहर निकाला। कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और युवकों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस के अनुसार दोनों युवक बातचीत करने की स्थिति में थे और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। हादसे के समय कार के पिछले शीशे पर भारत सरकार का स्टीकर लगा हुआ था, जिसकी जांच की जा रही है कि वाहन किस विभाग से संबद्ध है।
पुलिस जांच और सुरक्षा सवाल
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डिवाइडर से टकराई कार की जांच की और ट्रैफिक को सामान्य कराया। कार को मौके से हटाकर थाने ले जाया गया और अब यह जांच की जा रही है कि चालक नशे में था या तेज रफ्तार के कारण यह हादसा हुआ। पुलिस का कहना है कि वाहन का रजिस्ट्रेशन डिटेल्स चेक किया जा रहा है और अगर किसी सरकारी विभाग से जुड़ा है तो इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी जाएगी। इस हादसे ने एक बार फिर रामगढ़ताल रोड पर रात के समय तेज रफ्तार वाहनों की समस्या को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नौकायन क्षेत्र में देर रात गाड़ियां तेज रफ्तार में दौड़ती हैं और कई बार स्टंट भी करते हुए देखी जाती हैं। पहले पुलिस ने अभियान चलाकर ऐसे स्टंट करने वालों पर कार्रवाई की थी जिससे घटनाएं कम हुईं, लेकिन अब फिर से यहां रात में खतरा बढ़ गया है।
स्थानीय लोगों की मांग और प्रशासनिक चुनौतियां
हादसे के बाद नौकायन पर भीड़ जमा हो गई और लोगों ने कार का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। स्थानीय निवासियों और टहलने आए लोगों ने प्रशासन से मांग की कि नौकायन गेट पर रात के समय नाका लगाकर पुलिस चेकिंग की जाए ताकि तेज रफ्तार पर नियंत्रण लगाया जा सके। उनका कहना है कि यह इलाका रात में घूमने वालों और पर्यटकों के लिए पसंदीदा जगह है, लेकिन तेज रफ्तार गाड़ियां हमेशा खतरे का कारण बनी रहती हैं। पहले भी कई बार लक्जरी कारें और बाइकें तेज रफ्तार की वजह से डिवाइडर से टकराकर पलट चुकी हैं, गनीमत रही है कि अब तक किसी की जान नहीं गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सड़क किनारे रिफ्लेक्टर, स्पीड ब्रेकर और पुलिस की नियमित पेट्रोलिंग जरूरी है। फिलहाल पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है और युवकों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हादसा लापरवाही से हुआ या तकनीकी खराबी के कारण। प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया है कि सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।