गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के लिए गर्व का क्षण तब आया जब दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के एमए सोशियोलॉजी फर्स्ट ईयर के छात्र सनी सिंह का चयन सीनियर वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए हुआ। यह प्रतियोगिता 21 से 30 नवंबर तक अबू धाबी (यूएई) में आयोजित की जाएगी। गौरीमंगलपुर, खोराबार के रहने वाले सनी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने किक और पंच की ताकत से भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। यूनिवर्सिटी कैंपस से लेकर पूरे शहर में सनी की इस सफलता की चर्चा है। हर कोई इस युवा खिलाड़ी की मेहनत और लगन की सराहना कर रहा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन, शिक्षक और साथी छात्र लगातार उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं। सनी ने सीमित संसाधनों के बावजूद खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने की जो उपलब्धि हासिल की है, उसने पूर्वांचल के युवाओं के लिए एक नई प्रेरणा का काम किया है। उनका चयन यह दर्शाता है कि दृढ़ संकल्प और मेहनत के बल पर कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।
राष्ट्रीय से अंतरराष्ट्रीय सफर: सनी की किक-बॉक्सिंग में शानदार उपलब्धियां
सनी सिंह ने कम उम्र में ही किक-बॉक्सिंग के क्षेत्र में खुद को स्थापित किया है। उन्होंने वाको इंडिया किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में तीन बार नेशनल मेडल अपने नाम किया है, जो उनकी लगातार मेहनत और जुनून का प्रमाण है। इसके अलावा, वाको इंडिया इंटरनेशनल किकबॉक्सर चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। यही नहीं, वर्ल्ड कप में पांचवें स्थान पर आकर उन्होंने भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकाया। हाल ही में संपन्न सीनियर नेशनल किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता, जो उनके निरंतर प्रदर्शन का प्रमाण है। उनकी इन सफलताओं ने उन्हें अबू धाबी में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए योग्य बनाया। सनी का कहना है कि यह सब उनके कोच, परिवार और यूनिवर्सिटी के सहयोग से संभव हुआ है। बचपन से ही उन्हें खेलों में गहरी रुचि थी और किकबॉक्सिंग में उन्होंने अपनी पहचान बनाने की ठानी। आज उनकी मेहनत उस मुकाम पर पहुंची है जहां पूरा गोरखपुर गर्व महसूस कर रहा है।
कुलपति और शिक्षकों ने दी शुभकामनाएं, कहा-सनी प्रेरणा हैं नए खिलाड़ियों के लिए
सनी सिंह की इस उपलब्धि पर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बधाई देते हुए कहा कि सनी ने न केवल यूनिवर्सिटी बल्कि पूरे पूर्वांचल का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि सनी की लगन, अनुशासन और मेहनत अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। यूनिवर्सिटी खेल प्रतिभाओं के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयासरत है और सनी की सफलता उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. शांतनु रस्तोगी, डीएसडब्ल्यू प्रो. अनुभूति दूबे, क्रिड़ा विभागाध्यक्ष प्रो. विमेश मिश्रा सहित कई प्राध्यापकों और खेल विभाग के सदस्यों ने सनी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि अगर युवा खिलाड़ी ईमानदारी और समर्पण से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकते हैं। अबू धाबी में होने वाली यह चैंपियनशिप न केवल सनी के लिए बल्कि पूरे गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का क्षण होगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सनी को हर संभव सहयोग देने की बात कही है ताकि वह वहां भारत के लिए स्वर्ण पदक जीत सकें। सनी की मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास ने उन्हें उस ऊंचाई तक पहुंचाया है, जहां से वे अब दुनिया को दिखाएंगे कि गोरखपुर का बेटा किसी से कम नहीं।




