आस्था के केंद्र में विकास की नई शुरुआत
गोरखपुर के सुजानपुरा बढ़यापार महादेवा बाजार स्थित प्राचीन संकटमोचन हनुमान मंदिर में विकास कार्यों की नई पहल की गई है। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक अनुष्ठानों के विस्तार के लिए धर्मशाला और यज्ञशाला के निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी है। यह मंदिर वर्षों से स्थानीय श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है और क्षेत्र के लोगों के लिए पूजा-पाठ, साधना और अनुष्ठान का विशेष स्थल माना जाता है। मंदिर परिसर में चल रहा यह नया निर्माण श्रद्धालुओं के लिए न केवल सुविधाजनक होगा बल्कि धार्मिक आयोजनों को भी और भव्य बनाएगा।
श्रद्धालुओं का सहयोग और सहभागिता
मंदिर समिति के प्रबंधक अजय कुमार मिश्रा ने जानकारी दी कि स्थानीय लोगों की ओर से निर्माण कार्य में व्यापक सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्रवासियों की गहरी आस्था और उत्साह को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। समिति का मानना है कि मंदिर के विकास कार्यों में जितना अधिक भक्तजन शामिल होंगे, उतना ही यह स्थल सामूहिक आस्था और एकजुटता का प्रतीक बनेगा। निर्माण के दौरान श्रद्धालुओं की सक्रिय भागीदारी न केवल कार्य को गति दे रही है बल्कि मंदिर और समाज के बीच गहरा संबंध भी स्थापित कर रही है।
समिति की अपील और भविष्य की योजना
मंदिर प्रबंध समिति ने घोषणा की है कि धर्मशाला और यज्ञशाला का निर्माण पूरा होने के बाद श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। धर्मशाला में आने वाले भक्तों को ठहरने की व्यवस्था होगी, वहीं यज्ञशाला धार्मिक अनुष्ठानों और सामूहिक यज्ञों के आयोजन में उपयोगी सिद्ध होगी। समिति ने भक्तों और दानदाताओं से सीधे संपर्क कर सहयोग प्रदान करने की अपील की है, ताकि कार्य समय पर और सुचारु रूप से पूरा हो सके। इस कदम से मंदिर का महत्व और बढ़ेगा और श्रद्धालुओं को आस्था और सुविधा दोनों का अनुभव मिलेगा।