गोरखपुर की औद्योगिक तस्वीर तेजी से बदल रही है। पेप्सिको, कोकाकोला और अदाणी समूह के बाद अब रिलायंस समूह ने भी गोरक्षनगरी में निवेश की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी ने धुरियापार औद्योगिक क्षेत्र में 120 एकड़ जमीन की मांग की है। यहां रिलायंस अपनी एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) फैक्टरी स्थापित करेगी। यह यूनिट खाद्य तेल, डिटर्जेंट, पैकेज्ड फूड, मसाले, टूथपेस्ट और साबुन जैसे घरेलू उपयोग की वस्तुओं का निर्माण करेगी। उद्योग जगत का मानना है कि इस फैक्टरी के शुरू होने से गोरखपुर और पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश को रोजगार और औद्योगिक विकास की नई राह मिलेगी। कंपनी के प्रतिनिधि अगले सप्ताह जमीन का निरीक्षण करने गोरखपुर पहुंच सकते हैं।
धुरियापार बनेगा बड़ा औद्योगिक हब
जानकारी के मुताबिक, रिलायंस समूह को जो जमीन दिखाई जाएगी वह अदाणी समूह की प्रस्तावित सीमेंट फैक्टरी के बगल में होगी। धुरियापार क्षेत्र में पहले से ही अदाणी को 50 एकड़ जमीन सीमेंट यूनिट के लिए और केयान ग्रुप को 65 एकड़ जमीन डिस्टिलरी के लिए प्रस्तावित की जा चुकी है। ऐसे में रिलायंस का निवेश इस इलाके को बड़े औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने में निर्णायक भूमिका निभाएगा। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आर.एन. सिंह का कहना है कि इतनी बड़ी औद्योगिक इकाइयों के एक साथ आने से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि परिवहन, गोदाम और सहायक उद्योगों को भी गति मिलेगी। उनका कहना है कि इससे स्थानीय युवाओं का पलायन भी रुकेगा और दक्षिणांचल का कायाकल्प होगा।
सितंबर में जमीन आवंटन समारोह की तैयारी
गीडा और धुरियापार क्षेत्रों में निवेश को लेकर जमीन आवंटन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अदाणी, केयान और रिलायंस समूह के अलावा गीडा में कोकाकोला सहित 70 से अधिक उद्यमियों को प्लॉट आवंटित किए जा चुके हैं। अब प्रशासन इन उद्यमियों को औपचारिक रूप से जमीन के आवंटन पत्र सौंपने की तैयारी में है। यह कार्यक्रम सितंबर के पहले सप्ताह में आयोजित किया जा सकता है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की संभावना है। आयोजन लिंक एक्सप्रेस-वे किनारे बने प्लास्टिक पार्क में होगा, जहां टेक्नोप्लास्ट कंपनी की फैक्टरी लगभग तैयार हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि रिलायंस को जमीन दिखाने के लिए गीडा और धुरियापार दोनों विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन धुरियापार में 120 एकड़ से अधिक भूमि एक जगह उपलब्ध है, जो इस परियोजना के लिए सबसे उपयुक्त मानी जा रही है।
रिलायंस समूह का यह प्रस्ताव गोरखपुर की औद्योगिक छवि को नई ऊंचाई देगा। लगातार बढ़ते निवेश से यह क्षेत्र अब सिर्फ कृषि प्रधान इलाका न रहकर उत्तर प्रदेश का बड़ा औद्योगिक केंद्र बनता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले वर्षों में गोरखपुर और पूर्वांचल देश की औद्योगिक मानचित्र पर नई पहचान बनाएंगे।