गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के सांसद और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन ने हाल ही में खेसारी लाल यादव के राम मंदिर और विकास संबंधी बयानों पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने गोरखपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वे सभी के हित की कामना करते हैं, लेकिन जब बात सनातन और प्रभु श्रीराम की आती है, तो किसी का भी विरोध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रवि किशन ने कहा कि राम मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है, और अगर कोई व्यक्ति इसके विरोध में आवाज उठाता है या उसके महत्व पर सवाल खड़ा करता है, तो वे चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा, “मैं ब्राह्मण परिवार से हूं, पूजा-पाठ, शंख और घंटी की आवाज में पला-बढ़ा हूं। मैंने अपने पिता को हर सुबह ‘राम-राम’ करते देखा है। हमारे देश के अनगिनत साधु-संतों ने इस आस्था के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। ऐसे में यदि कोई सनातन संस्कृति या भगवान राम के मंदिर पर प्रश्न उठाएगा, तो मेरा शब्द-बाण उसे जरूर छूएगा, चाहे वह मेरा सगा भाई ही क्यों न हो।” रवि किशन ने बिना खेसारी का नाम लिए कहा कि चुनाव में हर किसी को भाग लेने का अधिकार है, लेकिन धर्म के अपमान के सहारे राजनीति करना गलत है। उन्होंने कहा कि जो लोग जनता के विकास की बात करते हैं, उन्हें धर्म को राजनीति में घसीटने के बजाय अपने काम और योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए।
विकास पर बात करें, न कि आस्था पर सवाल
रवि किशन ने अपने बयान में आगे कहा कि गोरखपुर आज उत्तर प्रदेश का एक उभरता हुआ शहर बन चुका है, जहां विकास कार्यों की गति पहले से कहीं अधिक तेज है। उन्होंने कहा कि यहां फिल्म इंडस्ट्री को नई दिशा मिली है, भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग के लिए गोरखपुर अब एक लोकप्रिय स्थान बन गया है। “यहां के लोगों की मेहनत और सरकार की नीतियों का नतीजा है कि आज गोरखपुर एक स्मार्ट और स्वच्छ शहर के रूप में उभरा है,” उन्होंने कहा। सांसद ने कलाकारों और नेताओं से आग्रह किया कि वे एक-दूसरे पर व्यक्तिगत हमले करने या धार्मिक भावनाओं को आहत करने के बजाय इस बात पर चर्चा करें कि उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में क्या विकास कार्य किए हैं। “2014 के भारत और आज के भारत में बहुत अंतर है। आज देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है, युवाओं के लिए नए अवसर बन रहे हैं, और देश का सम्मान वैश्विक मंच पर बढ़ा है। ऐसे में हमें विचारों और विकास की राजनीति करनी चाहिए, न कि धार्मिक विवादों में उलझना चाहिए,” रवि किशन ने जोड़ा।
चुनाव आयोग और घुसपैठ पर भी बोले रवि किशन
रवि किशन ने इस दौरान ‘SIR’ और चुनाव आयोग पर उठ रहे सवालों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए देश की संस्थाओं पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश से आए घुसपैठिए देश में बड़ी संख्या में मौजूद हैं। क्या उन्हें नागरिक मान लिया जाए? क्या उन्हें वोट देने का अधिकार मिलना चाहिए? ये सवाल देश की सुरक्षा से जुड़े हैं, न कि किसी राजनीतिक दल से।” उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर संदेह जताना लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करता है। उन्होंने नेताओं से अपील की कि वे देशहित में परिपक्व बयान दें और राष्ट्र की एकता को बनाए रखें। वहीं खेसारी लाल यादव के बयानों पर उन्होंने कहा कि अगर कोई राम मंदिर के निर्माण पर सवाल उठाता है, तो उसे यह समझना चाहिए कि यह केवल एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि भारत की संस्कृति, विरासत और विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राजनीति में प्रतिस्पर्धा स्वस्थ होनी चाहिए, लेकिन जब बात धर्म, आस्था और राष्ट्र की गरिमा की हो, तो वहां किसी प्रकार की राजनीति की कोई जगह नहीं है। रवि किशन ने दोहराया कि जो भी व्यक्ति सनातन धर्म के विरोध में बोलेगा, वह उनके शब्द बाण से नहीं बच पाएगा। उन्होंने अंत में कहा, “मैं सबके अच्छे की कामना करता हूं, पर यदि कोई भगवान या धर्म का अपमान करेगा, तो उसके खिलाफ बोलना मेरा कर्तव्य है। हमें एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए और विकास के मुद्दों पर जनता के बीच जाना चाहिए।”




