गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर शहर के व्यस्त बैंक रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक (PNB) शाखा में बुधवार दोपहर अचानक तब अफरातफरी का माहौल बन गया जब परिसर में करीब 10 फीट लंबा अजगर दिखाई दिया। जैसे ही ग्राहकों और कर्मचारियों ने इस विशालकाय सांप को देखा, सभी घबराकर इधर-उधर भागने लगे। कुछ लोग डर के मारे कुर्सियों पर चढ़ गए तो कई लोग बाहर की ओर भागते नजर आए। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि अचानक इस तरह का दृश्य देखकर हर कोई भयभीत हो गया। किसी ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद विशेषज्ञ टीम मौके पर पहुंची। टीम ने बैंक परिसर को घेरकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद अजगर को पकड़ने में सफलता हासिल की। बाद में उसे सुरक्षित रूप से नजदीकी जंगल में छोड़ दिया गया। इस दौरान बैंक का कामकाज प्रभावित रहा और कई ग्राहक बाहर इंतजार करते रहे। घटना का वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे लोगों में जिज्ञासा और डर दोनों देखने को मिला।
वन विभाग की चेतावनी और बढ़ता खतरा
वन विभाग के अधिकारियों ने घटना को गंभीरता से लिया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में शहर और उसके आसपास के घनी आबादी वाले इलाकों में वन्यजीवों की आमद बढ़ गई है। गोरखपुर के डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) विकास यादव ने बताया कि लगातार हो रही बारिश और बाढ़ के कारण जंगली जीव अपने प्राकृतिक आवास से भटककर शहर की ओर आ रहे हैं। भोजन और सुरक्षित स्थान की तलाश में ये जीव अब रिहायशी क्षेत्रों तक पहुंचने लगे हैं। उन्होंने कहा कि यह समस्या केवल बैंक रोड या किसी एक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे शहर के लिए चिंता का विषय है। DFO ने अपील की कि किसी भी जंगली जानवर को देखकर लोग घबराएं नहीं और तुरंत वन विभाग को सूचना दें। इससे जानवरों को सुरक्षित जंगल में वापस छोड़ा जा सकेगा और किसी अप्रिय घटना से बचाव संभव होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अनावश्यक अफरातफरी न फैलाएं, क्योंकि इससे स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
विशेषज्ञों की राय और नागरिकों की जिम्मेदारी
गोरखपुर चिड़ियाघर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि शहर में वन्यजीवों के प्रवेश को रोकने के लिए लोगों को अपनी आदतों में सुधार करना होगा। उन्होंने सलाह दी कि घरों और दुकानों के बाहर कचरा या भोजन का सामान खुले में न छोड़ें, क्योंकि इससे जानवर आकर्षित होते हैं। यदि आस-पास साफ-सफाई रहेगी तो सांप या अन्य वन्यजीवों का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल सुरक्षा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण से भी जुड़ा है। शहरवासियों को चाहिए कि वे जिम्मेदारी दिखाते हुए वन्यजीवों को नुकसान न पहुंचाएं और उन्हें सुरक्षित उनके प्राकृतिक आवास तक लौटाने में वन विभाग का सहयोग करें। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बढ़ते शहरीकरण और घटते हरित क्षेत्रों की वजह से इंसानों और जानवरों के बीच का फासला तेजी से घट रहा है। ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहकर ही अपनी और जंगली जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।