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पिपराइच स्टेशन पर इंटरलॉकिंग कार्य के कारण ट्रेनों का संचालन प्रभावित, रेलवे ने जारी की विस्तृत सूची

वाराणसी मंडल के पिपराइच स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम स्थापना के चलते कई ट्रेनें रद्द, मार्ग व समय में बदलाव, रेलवे ने यात्रियों से की सावधानी बरतने की अपील

Indian Railways interlocking work affecting train schedules at Pipraich station

पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों के संचालन को और आधुनिक, सुरक्षित और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत वाराणसी मंडल के अंतर्गत आने वाले पिपराइच रेलवे स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। रेलवे के अनुसार यह कार्य 11 नवम्बर 2025 को किया जाएगा, जिसके दौरान नॉन-इंटरलॉकिंग प्रक्रिया लागू रहेगी। इस तकनीकी कार्य के चलते उस दिन कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अग्रिम रूप से विस्तृत जानकारी साझा की है, जिसमें रद्द की गई, बदले मार्ग से चलने वाली, समय परिवर्तित और ठहराव रद्द की गई ट्रेनों की सूची जारी की गई है। यह कदम रेलवे नेटवर्क को अधिक दक्ष और स्वचालित बनाने की दिशा में उठाया गया है ताकि भविष्य में ट्रेन संचालन अधिक सुचारू और समयबद्ध हो सके। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्य संपूर्ण सिग्नलिंग प्रणाली के आधुनिकीकरण से जुड़ा है, जिससे पिपराइच स्टेशन की परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी और ट्रेनों के बीच समन्वय में सुधार आएगा। रेलवे ने बताया कि इस तकनीक से मानव-निर्भरता कम होगी और दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी।

प्रभावित ट्रेनों की सूची और बदलावों का विस्तृत विवरण

रेलवे द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, इंटरलॉकिंग कार्य के दिन यानी 11 नवम्बर को कुछ प्रमुख ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से रद्द रहेगा। इनमें 55048/55047 गोरखपुर कैंट–नरकटियागंज–गोरखपुर कैंट सवारी गाड़ी दोनों दिशाओं में नहीं चलेगी। इसके अलावा कुछ ट्रेनों के मार्गों में बदलाव किया गया है, जैसे कि 15212 अमृतसर–दरभंगा एक्सप्रेस, जो 10 नवम्बर को अमृतसर से रवाना होगी, अब अपने सामान्य मार्ग गोरखपुर कैंट–पनियहवा–मुजफ्फरपुर के स्थान पर गोरखपुर कैंट–छपरा ग्रामीण–मुजफ्फरपुर मार्ग से चलेगी। इसी तरह, 12557 मुजफ्फरपुर–आनंद विहार टर्मिनस एक्सप्रेस 11 नवम्बर को अपने निर्धारित समय से दो घंटे की देरी से रवाना होगी। वहीं, 75106 गोरखपुर–थावे सवारी गाड़ी को अपने मार्ग पर 30 मिनट तक नियंत्रित गति से चलाया जाएगा। पिपराइच स्टेशन पर कुछ ट्रेनों का ठहराव भी अस्थायी रूप से निरस्त किया गया है, जिनमें 55097 नरकटियागंज–गोरखपुर सवारी गाड़ी, 75105 थावे–गोरखपुर सवारी गाड़ी, 55040 बढ़नी–नरकटियागंज सवारी गाड़ी, 55039 नरकटियागंज–बढ़नी सवारी गाड़ी, 15273 रक्सौल–आनंद विहार टर्मिनस एक्सप्रेस और 19038 बरौनी–बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, 10 नवम्बर को आनंद विहार से प्रस्थान करने वाली 15274 आनंद विहार–रक्सौल एक्सप्रेस तथा 09 नवम्बर को बांद्रा टर्मिनस से रवाना होने वाली 19037 बांद्रा टर्मिनस-बरौनी एक्सप्रेस का भी पिपराइच स्टेशन पर ठहराव नहीं होगा। रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे सफर की योजना बनाते समय इन बदलावों को ध्यान में रखें ताकि असुविधा से बचा जा सके।

रेलवे प्रशासन की अपील और इंटरलॉकिंग कार्य का उद्देश्य

पूर्वोत्तर रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पूर्व अपनी ट्रेनों की स्थिति की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबरों या नजदीकी पूछताछ केंद्रों से अवश्य प्राप्त करें। प्रशासन का कहना है कि यह अस्थायी व्यवधान भविष्य में रेल सेवाओं को और सुरक्षित तथा कुशल बनाने के लिए आवश्यक है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम रेलवे सिग्नलिंग की एक उन्नत तकनीक है जो पारंपरिक यांत्रिक प्रणाली की तुलना में अधिक विश्वसनीय और तेज है। इससे ट्रेनों की आवाजाही में पारदर्शिता बढ़ेगी और मानव त्रुटियों की संभावना लगभग समाप्त हो जाएगी। यह परियोजना पिपराइच स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करेगी, जिससे ट्रेन संचालन का नियंत्रण स्वचालित रूप से डिजिटल नेटवर्क के माध्यम से होगा। अधिकारियों का मानना है कि इस कार्य से गोरखपुर–पनियहवा रेल खंड की क्षमता में भी वृद्धि होगी और भविष्य में ट्रेनों की समयपालनता बेहतर होगी। रेलवे ने यह भी बताया कि यह परियोजना प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के उद्देश्यों से मेल खाती है, जिसके तहत देश के रेलवे ढांचे को नई तकनीक और स्वचालन से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, इस दौरान यात्रियों को थोड़ी असुविधा का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन दीर्घकाल में यह बदलाव यात्रा अनुभव को अधिक सहज और सुरक्षित बनाएगा। रेलवे प्रशासन ने सभी यात्रियों से सहयोग और समझदारी की अपेक्षा की है ताकि यह तकनीकी कार्य निर्धारित समय पर सफलतापूर्वक पूरा किया जा सके।

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