गोरखपुर के पिपराइच नगर पंचायत में अध्यक्ष संजय मद्धेशिया और सभासद व्यासमुनि गुप्ता के बीच लंबे समय से चल रहा विवाद बुधवार को एक बार फिर खुलकर सामने आ गया। सुबह हरिलाल चौराहे पर दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। बताया गया कि चेयरमैन के समर्थक सभासद के घर की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे, तभी सभासद के पक्ष के लोगों ने विरोध किया और दोनों गुटों में कहासुनी बढ़ गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया लेकिन माहौल इतना गरम हो चुका था कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने तत्काल दोनों पक्षों को अलग किया और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए क्षेत्र में बल तैनात कर दिया गया। दरअसल, यह विवाद नया नहीं है। छठ पर्व के दिन भी दोनों पक्षों में भिड़ंत हुई थी जिसमें रामलीला कमेटी के अध्यक्ष और सभासद की पिटाई की गई थी। उस घटना के बाद से दोनों ओर तनाव बना हुआ है और एक-दूसरे पर लगातार आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं।
छठ पर्व से शुरू हुआ विवाद अब प्रशासन के लिए चुनौती
छठ पर्व के दौरान रामलीला घाट पर बैनर लगाने को लेकर चेयरमैन और सभासद के बीच शुरू हुआ विवाद अब नगर पंचायत प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गया है। बताया जाता है कि नगर पंचायत कर्मी चेयरमैन संजय मद्धेशिया के निर्देश पर घाट पर बैनर लगा रहे थे, तभी रामलीला कमेटी के सदस्यों ने इसका विरोध किया। कमेटी के अध्यक्ष ऋषभ कश्यप और सभासद व्यासमुनि गुप्ता ने बैनर लगाने से मना किया जिससे चेयरमैन नाराज हो गए। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई और मामला मारपीट तक पहुंच गया। वायरल वीडियो में यह भी देखा गया कि चेयरमैन के कुछ समर्थक मौके पर मौजूद थे और विवाद के दौरान उन्होंने रामलीला कमेटी के सदस्यों के साथ हाथापाई की। इस घटना के बाद नगर पंचायत में माहौल गरमा गया और दोनों पक्षों ने पुलिस में तहरीर दी। सभासद की ओर से छह लोगों के खिलाफ मारपीट और लूटपाट का आरोप लगाया गया जबकि दूसरी ओर नगर पंचायत के कुछ कर्मचारियों और एक सफाईकर्मी ने दलित उत्पीड़न और मारपीट की शिकायत करते हुए सभासद के खिलाफ तहरीर दी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी का चालान भी किया है, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। बुधवार की घटना इसी तनातनी का परिणाम मानी जा रही है, जब एक बार फिर चेयरमैन और सभासद के समर्थक आमने-सामने आ गए।
अनियमितताओं के आरोपों से गहराई दरार, दोनों पक्ष अपने-अपने पक्ष पर अड़े
नगर पंचायत पिपराइच में चेयरमैन और सभासद के बीच विवाद की जड़ केवल बैनर लगाने की घटना नहीं बल्कि उससे गहरे प्रशासनिक मतभेद हैं। सभासद व्यासमुनि गुप्ता का आरोप है कि नगर पंचायत में वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताएं की जा रही हैं। उन्होंने इन मामलों की शिकायत उच्च अधिकारियों से की थी जिसके बाद चेयरमैन के खिलाफ जांच भी शुरू हुई। गुप्ता का कहना है कि शिकायत के बाद से ही उन्हें धमकियां मिल रही थीं और छठ पर्व की घटना उसी रंजिश का नतीजा है। वहीं चेयरमैन संजय मद्धेशिया ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि बैनर लगाने को लेकर हुई बहस को विपक्षी गुट जानबूझकर बड़ा बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे नगर के विकास के लिए काम कर रहे हैं और कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ में माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। नगर पंचायत की बोर्ड बैठक में भी यह विवाद उठ चुका है जहां छह सभासदों ने चेयरमैन के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष ऋषभ कश्यप ने कहा है कि वह इस पूरे प्रकरण की जानकारी मुख्यमंत्री को देंगे। उधर, पुलिस प्रशासन दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश कर रहा है ताकि स्थिति दोबारा न बिगड़े। फिलहाल दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है और क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है। लगातार बढ़ती तनातनी के कारण यह मामला अब नगर प्रशासन के साथ-साथ जिले के अफसरों के लिए भी चुनौती बनता जा रहा है, क्योंकि स्थानीय राजनीति की यह खींचतान अब जनता में भी असहजता पैदा करने लगी है।




