गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य इस बार बड़े पैमाने पर हुआ। निर्वाचन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 29 सितंबर को समय सीमा समाप्त होने तक 3 लाख 91 हजार लोगों ने नए मतदाता के रूप में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया। वहीं, करीब 1 लाख 34 हजार 280 नाम ऐसे हैं जिन्हें सूची से हटाया जाना तय है। ब्लॉकवार डाटा की बात करें तो सबसे अधिक आवेदन कैंपियरगंज ब्लॉक से आए जहां 29,183 लोगों ने नाम जोड़ने के लिए आवेदन किया। भटहट ब्लॉक से 26,792, कौड़ीराम से 26,689, खजनी से 25,757 और ब्रह्मपुर से 25,106 आवेदन दर्ज हुए। वहीं जंगल कौड़िया ब्लॉक सबसे पीछे रहा जहां मात्र 10,354 लोगों ने ही आवेदन किया। यह आंकड़े बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और मतदाता सूची अपडेट की प्रक्रिया कितनी सक्रिय रही।
बीएलओ ने घर-घर जाकर जुटाए फार्म, अब दस्तावेज़ जमा करने की प्रक्रिया
निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत 19 अगस्त से 29 सितंबर तक मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान ब्लॉक लेवल ऑफिसर (बीएलओ) घर-घर पहुंचे और जिन मतदाताओं के नाम छूटे हुए थे या नए मतदाता बनना चाहते थे, उनके फार्म भरवाए। अब अगला चरण 30 सितंबर से 6 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें नाम जोड़ने, संशोधन कराने या हटाने से संबंधित दस्तावेज़ संबंधित सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (AERO) के कार्यालय में जमा करने होंगे। अधिकारियों का कहना है कि इस चरण में विशेष ध्यान दिया जाएगा कि एक ही नाम दो जगह न रहे और सभी पात्र लोगों का नाम मतदाता सूची में शामिल हो सके।
दिसंबर में अनंतिम सूची, जनवरी 2026 में अंतिम प्रकाशन
निर्वाचन विभाग ने स्पष्ट किया है कि 7 अक्टूबर से 24 नवंबर तक ड्राफ्ट नामावलियों की कंप्यूटरीकृत पांडुलिपि तैयार की जाएगी। इसके बाद 5 दिसंबर को मतदाता सूची का अनंतिम प्रकाशन होगा। इस अवधि में 6 से 12 दिसंबर तक आम जनता से दावे और आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। 13 से 19 दिसंबर तक इन आपत्तियों का निस्तारण कर सुधार की प्रक्रिया पूरी होगी। अंततः 15 जनवरी 2026 को पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हर चरण की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी और संबंधित ब्लॉक व ग्राम स्तर पर सूचनाएं उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि कोई भी पात्र मतदाता वंचित न रह जाए।