गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर शहर के दक्षिणी हिस्से बाघागाड़ा में रोडवेज का नया बस अड्डा बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। जिला प्रशासन ने इसके लिए भूमि चिन्हित करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। जैसे ही जमीन का चयन होगा, निर्माण कार्य तेज गति से शुरू किया जाएगा। नए बस अड्डे के निर्माण के बाद गोरखपुर के मुख्य बस स्टेशन का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। फिलहाल शहर के बीचोंबीच स्थित बस स्टेशन पर क्षमता से ज्यादा बसें चलने के कारण जाम की गंभीर समस्या बनी रहती है, जिससे आम नागरिकों को परेशानी और प्रदूषण दोनों का सामना करना पड़ता है। नए बस अड्डे पर प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, दिल्ली और कानपुर से आने-जाने वाली बसों को सीधे वहीं रोकने की योजना है, जिससे यात्रियों को सुगम यात्रा का अनुभव होगा और शहर के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक दबाव घटेगा। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बाघागाड़ा के आसपास उपयुक्त भूमि की पहचान तुरंत की जाए ताकि जल्द से जल्द इस योजना को अमल में लाया जा सके।
GIDA में बनेगा आधुनिक अंतरराज्यीय बस टर्मिनल
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) क्षेत्र में भी एक अत्याधुनिक अंतरराज्यीय बस टर्मिनल विकसित किया जाएगा। इसके लिए कालेसर प्वाइंट के पास 120 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है, जिसमें करीब 11 एकड़ में बस टर्मिनल का निर्माण होगा। यह टर्मिनल पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और इसे नोएडा व अन्य बड़े शहरों की तर्ज पर डिजाइन किया जाएगा। यह परियोजना पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर विकसित की जाएगी, जिसमें यात्रियों के लिए फूड प्लाजा, होटल और बस स्टाफ के ठहरने की अलग व्यवस्था होगी। इसके तैयार होने के बाद रोडवेज और निजी बसों का संचालन व्यवस्थित हो जाएगा और यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। यह टर्मिनल गोरखपुर को न सिर्फ एक स्मार्ट ट्रांसपोर्ट हब बनाएगा बल्कि औद्योगिक विकास क्षेत्र में वाणिज्यिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।
निजी बस संचालन को मिलेगा सुरक्षित और व्यवस्थित स्थल
गोरखपुर के नौसढ़ क्षेत्र से प्रतिदिन सैकड़ों निजी बसें दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों की ओर जाती हैं। अब तक इन बसों के लिए कोई निर्धारित ठहराव स्थल नहीं था, जिसके कारण वे सड़क किनारे या पेट्रोल पंप के पास खड़ी रहती थीं और अतिक्रमण के साथ दुर्घटना का खतरा भी बना रहता था। नए अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के बनने के बाद इन बसों के संचालन को व्यवस्थित और सुरक्षित ठिकाना मिलेगा। इससे यात्रियों को समय पर बसें मिलेंगी, जाम की समस्या में कमी आएगी और दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी। जिला प्रशासन का दावा है कि यह परियोजना पूरा होने पर शहर को एक बड़ा ट्रैफिक समाधान मिलेगा और गोरखपुर के परिवहन तंत्र में ऐतिहासिक सुधार होगा। इससे शहरवासियों को न सिर्फ जाम और प्रदूषण से राहत मिलेगी बल्कि सार्वजनिक परिवहन का स्तर भी ऊंचा होगा।