गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – नेपाल में हाल ही में हुए बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों और हिंसा ने पूरे देश को हिला दिया था। Gen-Z द्वारा शुरू किए गए इस आंदोलन ने सत्ता परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता की आवाज बुलंद की। कई दिनों तक जारी बवाल, आगजनी और कर्फ्यू ने आम लोगों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। ऐसे हालात में नेपाल से भारत आना डॉक्टरों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था, लेकिन जैसे ही स्थिति नियंत्रित होने लगी, चिकित्सकों ने गोरखपुर में आयोजित डेंटल कन्वेंशन में भाग लेने का निर्णय लिया। इस आयोजन में नेपाल के डॉक्टरों ने साफ कहा कि आंदोलन जरूरी था क्योंकि वर्षों से देश पर काबिज पुरानी राजनीतिक पार्टियों ने व्यवस्था को जकड़ रखा था। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि जिस पैमाने पर हिंसा भड़की, उसने सभी को भयभीत कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार यह आंदोलन देश में बदलाव का संकेत है और अब नेपाल धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है।
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन पर डॉक्टरों की राय
गोरखपुर कन्वेंशन में शामिल नेपाल के चिकित्सकों ने इस आंदोलन को देशहित में सही ठहराया। उनका कहना था कि लंबे समय से राजनीतिक दलों के भ्रष्टाचार और अराजकता ने आम नागरिकों का विश्वास तोड़ दिया था, जिसके चलते युवाओं ने सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर किया। हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि बदलाव की इस प्रक्रिया में भारी नुकसान हुआ और लोगों ने भयावह हालात का सामना किया। प्रो. हेमंत कुमार हलवाई ने बताया कि हिंसा की वजह से कई दिनों तक कर्फ्यू लागू रहा, जिससे भारत आना लगभग असंभव हो गया था। केवल पिछले दो दिनों में हालात सुधरने के बाद ही वे गोरखपुर आ पाए। वहीं डॉ. राजन कुमार दास ने कहा कि बिना संघर्ष किसी भी समाज में बदलाव संभव नहीं है। उन्होंने आंदोलन की हिंसक घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कई बार बड़ा बदलाव लाने के लिए बलिदान देना पड़ता है। नेपाल से आए अन्य डॉक्टरों ने भी माना कि हिंसा के बावजूद भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कदम बेहद जरूरी था और इसने सत्ता परिवर्तन की नींव रख दी।
अब शांति और विकास की उम्मीद
नेपाल से आई डॉक्टरों की टीम ने उम्मीद जताई कि अब उनके देश में स्थिरता और शांति कायम होगी। डॉ. शांति पौडेल ने कहा कि अंतरिम प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद से हालात बेहतर हो रहे हैं और लोगों में विश्वास लौट रहा है। कर्फ्यू हटाए जाने के बाद आम लोग अपने कामकाज में लौटने लगे हैं। डॉ. श्रीजना थापा ने कहा कि जिन भयावह दृश्यों को उन्होंने हाल के दिनों में देखा, वैसा उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था। आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं देशभर में फैली हुई थीं, लेकिन अब माहौल बदल रहा है और लोगों में भविष्य के प्रति उम्मीद जगी है। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी यह आवाज केवल सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं, बल्कि आने वाले समय में ईमानदार शासन और बेहतर विकास की दिशा तय करने के लिए थी। गोरखपुर आए डॉक्टरों ने कन्वेंशन में शामिल होकर राहत की सांस ली और विश्वास जताया कि नेपाल अब एक नए युग की ओर बढ़ रहा है जहां भ्रष्टाचार पर नियंत्रण होगा और देश विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ेगा।