गोरखपुर के पीपीगंज स्थित गौरी शंकर मंदिर महामंडलेश्वर आश्रम में इस साल छठ महापर्व के अवसर पर 29 अक्टूबर को भव्य भजन संध्या और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन की जानकारी महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी, जिन्हें आमतौर पर किरन बाबा के नाम से जाना जाता है, ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साझा की। कार्यक्रम शाम 6 बजे से शुरू होगा और श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा। किरन बाबा ने बताया कि इस वर्ष छठ पंडाल को नया और आकर्षक रूप दिया गया है, जिससे यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए यादगार बन सके।
महामंडलेश्वर ने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम में फिल्म जगत की प्रसिद्ध अभिनेत्री एवं महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। ममता कुलकर्णी और डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी 28 अक्टूबर को गोरखपुर पहुंचेंगे, जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। कार्यक्रम में भजन संध्या के साथ-साथ भंडारे का भी आयोजन किया गया है, ताकि सभी श्रद्धालु इस पावन अवसर का आनंद ले सकें।
महामंडलेश्वर किरन बाबा का चार दशकों का तपस्वी जीवन
किरन बाबा ने छठ महापर्व पर अपने व्यक्तिगत अनुभव और व्रत की परंपरा साझा करते हुए कहा कि पिछले 25 वर्षों से वे इस पर्व पर चार दिनों तक निर्जला व्रत रखती हैं और जमीन पर लेटकर घाट तक जाती हैं। उनका यह व्रत सूर्य देव और छठी मैया की पूजा के रूप में श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि उनके लिए यह व्रत केवल धार्मिक कर्तव्य नहीं, बल्कि आध्यात्मिक साधना और तपस्या का परिणाम है।
किरन बाबा ने अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों के बारे में बताते हुए कहा कि उनके कई जीवन हैं और वर्तमान जन्म में उन्हें किन्नर रूप में जन्म मिला। उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं, बल्कि शक्ति बनाया और समाज तथा धर्म की सेवा में इसे ऊर्जा के रूप में परिवर्तित किया। इस तपस्या और समर्पण के कारण उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि प्राप्त हुई और आज वे सनातन धर्म की रक्षा और धर्म, आस्था और समाज के उत्थान के लिए कार्यरत हैं।
श्रद्धालुओं के लिए संदेश और आमंत्रण
महामंडलेश्वर किरन बाबा ने इस पावन अवसर पर सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे भजन संध्या और भंडारे में शामिल होकर इस महापर्व की गरिमा में बढ़ोतरी करें। उन्होंने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि समाज और संस्कृति को जोड़ने वाला एक अवसर है।
किरन बाबा ने आगे कहा कि उनके जीवन का उद्देश्य ईश्वर का संदेश फैलाना और सनातन धर्म की दिव्यता को लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने यह भी बताया कि श्रद्धालु इस अवसर पर भाग लेकर केवल पूजा में शामिल नहीं होंगे, बल्कि समाज में धर्म और आस्था के महत्व को महसूस कर सकेंगे। आश्रम में की जाने वाली तैयारियां पूर्ण रूप से पूरी कर ली गई हैं, जिससे छठ महापर्व की हर रस्म और आयोजन श्रद्धालुओं के लिए सुचारु और यादगार बन सके।
इस प्रकार, इस साल छठ महापर्व गोरखपुर के पीपीगंज आश्रम में भव्य और संगीतमय कार्यक्रम के साथ मनाया जाएगा, जिसमें महामंडलेश्वर किरन बाबा की तपस्या और ममता कुलकर्णी की उपस्थिति इसे और भी खास बनाएगी। श्रद्धालु इस अवसर पर धर्म, आस्था और भक्ति का अनुभव करते हुए छठ महापर्व की गरिमा में शामिल होंगे।




