भोजपुरी सिनेमा के लोकप्रिय कलाकार और अब राजनीति में सक्रिय खेसारी लाल यादव ने रविवार को छपरा में आयोजित समाजवादी पार्टी की रैली में गोरखपुर सांसद रवि किशन पर तीखा हमला बोला। मंच पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में खेसारी ने कहा कि रवि किशन जनता को जीते जी नरक जैसी जिंदगी दे रहे हैं और मरने के बाद स्वर्ग की सीढ़ी दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा, “एक हमारे बड़े भइया हैं, जो जीते जी हम लोगों की जिंदगी को नरक बना देते हैं, मरने के बाद गोरखपुर में स्वर्ग की सीढ़ी लगवा देते हैं।” खेसारी ने व्यंग्य करते हुए आगे कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच पर बैठे हैं, लेकिन शायद वह भी सोच रहे होंगे कि किसे गोरखपुर की जिम्मेदारी दे दी गई। उन्होंने रवि किशन की उस टिप्पणी का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि “गोरखपुर में मरने पर स्वर्ग की प्राप्ति होती है।” इस पर खेसारी बोले, “हमें जीते जी स्वर्ग चाहिए, मरने के बाद का स्वर्ग कौन चाहता है?” अपने संबोधन में खेसारी ने रवि किशन की तुलना रावण से करते हुए कहा कि “लगता है रावण का अधूरा काम पूरा करने के लिए रवि भइया आए हुए हैं।” उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि यह वक्त है ऐसे नेताओं से सवाल करने का जो केवल धार्मिक भावनाओं के नाम पर राजनीति करते हैं लेकिन आम लोगों के जीवन की मुश्किलों की परवाह नहीं करते।
अखिलेश यादव का पलटवार: कहा-अबकी बार बिहार से भाजपा का पलायन होगा
अखिलेश यादव ने रैली में खेसारी लाल यादव का खुला समर्थन करते हुए कहा कि इस बार बिहार की जनता भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाएगी। उन्होंने कहा, “जब-जब देश पर संकट आया है, बिहार की जनता ने उस संकट को दूर किया है। इस बार भी राजनीतिक संकट है और बिहार फिर से देश को नई दिशा देगा।” उन्होंने कहा कि अबकी बार जनता भाजपा को नहीं बल्कि महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट देगी। अखिलेश ने तेजस्वी यादव की नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि अगर तेजस्वी मुख्यमंत्री बनते हैं तो नौजवानों का पलायन रुकेगा और राज्य में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा, “अबकी बार बिहार से नौजवानों का नहीं, भाजपा का पलायन होगा।” रैली में भीड़ के उत्साह को देखते हुए अखिलेश बोले कि छपरा में जोश सबसे ज्यादा है और यह चुनाव जनता के मूड का संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार ने जनता को सिर्फ वादे दिए, न रोजगार मिला, न राहत। वहीं, सपा और राजद मिलकर जनता को विश्वास दिला रहे हैं कि अबकी बार विकास की राजनीति लौटेगी। अखिलेश ने कहा कि आने वाले समय में यूपी से लेकर बिहार बॉर्डर तक नया एक्सप्रेस वे बनेगा जो दोनों राज्यों को जोड़ेगा।
विवाद की जड़: खेसारी के बयान से शुरू हुई बयानबाजी, रवि किशन ने दिया जवाब
खेसारी लाल यादव और रवि किशन के बीच यह विवाद तब शुरू हुआ जब खेसारी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मंदिरों से पहले लोगों के पेट भरने की व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने कहा था कि “भूखे पेट भजन नहीं होता।” इस बयान को लेकर रवि किशन ने उन पर सनातन विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि “जहां प्रभु श्रीराम का मंदिर बनेगा, वहां सवाल उठाने वालों को मेरे शब्दबाण से भी नहीं बचाया जा सकता।” रवि किशन ने यह भी कहा कि भगवान और धर्म का अपमान कोई सहन नहीं करेगा। इस पर खेसारी ने पलटवार करते हुए कहा कि “रवि भइया जीने के लिए कुछ नहीं बनाते, बस मरने के लिए बनाते हैं। उनका ध्यान मरने के बाद के प्रोसीजर पर ज्यादा रहता है।” उन्होंने तंज करते हुए कहा कि “रावण स्वर्ग की सीढ़ी नहीं बना सका, लेकिन रवि भइया ने गोरखपुर में स्वर्ग की सीढ़ी बना दी है।” इसके अलावा उन्होंने भाजपा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि “केंद्र सरकार गुजरात में फैक्ट्री लगवाती है लेकिन बिहार को सिर्फ बस और ट्रेन का तोहफा देती है।” पूरे घटनाक्रम के बीच खेसारी लाल यादव की लोकप्रियता और राजनीतिक सक्रियता चर्चा का विषय बन गई है। वह राजद के टिकट पर छपरा से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि रवि किशन गोरखपुर से भाजपा सांसद हैं। दोनों कलाकारों के बीच यह तकरार अब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से आगे बढ़कर राजनीतिक मंच तक पहुंच चुकी है। एक ओर जहां खेसारी खुद को जनता की आवाज बता रहे हैं, वहीं रवि किशन खुद को सनातन धर्म और संस्कृति का रक्षक कह रहे हैं। दोनों के बीच की बयानबाजी ने इस चुनावी माहौल को और गरमा दिया है।




