Location | ISKCON Gorakhpur, Sri Radha Madhav Temple, Lohiya Vatika / Nand Nagar Colony, Padari Chowk, Gorakhpur, Uttar Pradesh. 273008 |
Timings | 04:30AM – 08:30PM |
Entry Fee | निःशुल्क (₹0) |
Approx. Time to Explore | 1-2 Hours |
Best Time | सुबह मंगल-आरती (4:30 AM) और शाम संध्या-कीर्तन (7:00–8:00 PM)। |
Ideal For | परिवार, भक्त, बच्चे, पर्यटक, मानसिक शांति चाहने वाले और स्वयंसेवक। |
Distance | गोरखपुर जंक्शन से 5.5Km, गोरखपुर एयरपोर्ट से 9.5 Km। |
Facilities | प्रसादालय, पुस्तक एवं भक्ति साहित्य स्टॉल, पार्किंग। |
Accessibility | अधिकांश परिसर व्हीलचेयर-फ्रेंडली है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैठने की व्यवस्था। |
Safety | पूरे परिसर में CCTV निगरानी, सुरक्षा गार्ड और महिला हेल्प डेस्क उपलब्ध। |
Contact | +91 90710 15333 iskcon.gorakhpur53@gmail.com |
Official Site | https://iskcongorakhpur.com/ https://www.facebook.com/iskcontemple.gorakhpur/ |
Last Updated | 13 September, 2025 |
Overview of ISKCON Temple (ISKON मंदिर का परिचय)
ISKCON Gorakhpur Temple(International Society for Krishna Consciousness) श्रीकृष्ण-भक्ति और सामाजिक सेवा का प्रमुख केंद्र है। यहाँ श्री राधा-माधव की आराधना के साथ-साथ भजन-कीर्तन, प्रवचन और संस्कार शिक्षा जैसे सेवा-कार्य निरंतर चलते हैं।
मंदिर का वातावरण शांति और भक्ति से भरा होता है। यहाँ दैनिक आरती, सप्ताहांत भजन-सभा, गीता प्रवचन और बच्चों के लिए वैदिक क्लास होती हैं। जन्माष्टमी, रथयात्रा और गीता जयंती जैसे त्यौहार बड़े उत्साह से मनाए जाते हैं, जहाँ हज़ारों भक्त दर्शन और प्रसाद का लाभ उठाते हैं।
ISKCON सिर्फ़ पूजा-स्थल नहीं बल्कि सामाजिक सहयोग और शिक्षा का भी केंद्र है। यहाँ प्रसाद वितरण, पुस्तक प्रचार, वॉलंटियर सेवा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से स्थानीय समुदाय जुड़ा रहता है।
पहली बार आने वाले आगंतुक अक्सर सिर्फ़ आरती देखकर चले जाते हैं, लेकिन अगर आप समय निकालें तो प्रसादालय, भक्ति-कक्षाएँ और वॉलंटियर-सेवा का अनुभव आपके दौरे को और अर्थपूर्ण बना सकता है।
Things to See & Do at ISKCON Gorakhpur (ISKON मंदिर गोरखपुर में क्या देखें और क्या करें?)
- मंगल और संध्या आरती: सुबह 4:30 और शाम 7:00 बजे का भजन-कीर्तन अत्यंत दिव्य अनुभव होता है।
- प्रसाद ग्रहण करें: निःशुल्क/दान-आधारित प्रसाद वितरण और Food for Life कार्यक्रम विशेष आकर्षण हैं।
- भक्ति शिक्षा क्लास: बच्चों और युवाओं के लिए वैदिक ज्ञान और जीवन-शैली पर विशेष सत्र।
- स्वयंसेवा : आयोजन, प्रसाद वितरण या भक्तिमय सेवाओं में योगदान करे।
- मूर्ति-दर्शन और फोटोग्राफी: मंदिर की रंगीन मूर्तियाँ और स्थापत्य फ़ोटोग्राफी के लिए लोकप्रिय (मर्यादा का ध्यान रखें)।
How to Reach ISKCON Temple Gorakhpur (ISKON मंदिर गोरखपुर कैसे पहुँचें)
ISKCON मंदिर, गोरखपुर शहर के प्रमुख आध्यात्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर अपने शांत वातावरण, भक्ति संगीत और सुंदर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। शहर के बीचों-बीच स्थित होने के कारण यहाँ पहुँचना पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आसान और सुविधाजनक है।
- Gorakhpur Junction Railway Station से: ISKCON मंदिर लगभग 5.5 किमी दूर है। स्टेशन से ऑटो या कैब द्वारा 20–25 मिनट में पहुँचा जा सकता है।
- Mahayogi Gorakhnath airport से: महायोगी गोरखनाथ एयरपोर्ट से ISKCON मंदिर की दूरी लगभग 9.8 किमी है। टैक्सी/कैब द्वारा 25–30 मिनट का समय लगता है।
- Public Transport: ई-रिक्शा, ऑटो और बसें आसानी से Padari Chowk तक उपलब्ध हैं। वहाँ से मंदिर थोड़ी दूरी पर है।
When to Visit ISKCON Gorakhpur (ISKCON गोरखपुर कब जाएँ?)
मंदिर पूरे साल आगंतुकों के लिए खुला रहता है। जनमाष्टमी और गीता जयंती जैसे प्रमुख त्यौहारों के दौरान वातावरण सबसे अधिक जीवंत और आध्यात्मिक उत्साह से भरा रहता है।
Best Time of Day: सुबह की मंगल-आरती और संध्या-कीर्तन दर्शन व अनुभव के लिए सबसे उत्तम समय हैं। सप्ताहांत पर विशेष रूप से भक्तों की उपस्थिति अधिक रहती है।
Avoiding Crowds: शांत और व्यक्तिगत अनुभव के लिए वीकडे की सुबह या दोपहर का समय सबसे उपयुक्त है। त्यौहारों के दिनों में बड़ी संख्या में भक्त एकत्रित होते हैं।
Weather Cautions: वर्षा ऋतु में सड़क मार्ग से यात्रा कभी-कभी प्रभावित रहती है। यात्रा से पहले गोरखपुर का मौसम अवश्य देखें और उसी अनुसार योजना बनाएँ – Gorakhpur Weather / Gorakhpur weather today
ISKCON Gorakhpur Images (ISKCON गोरखपुर की तस्वीरें):



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ISKCON का पूरा नाम International Society for Krishna Consciousness (अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ) है। इसकी स्थापना 1966 में ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में की थी।
इस संस्था का मुख्य उद्देश्य भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति को विश्वभर में फैलाना है। ISKCON मंदिरों में श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा होती है, भजन–कीर्तन, भागवत कथा, और प्रसाद वितरण जैसे धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
ISKCON मंदिर भारत और दुनिया के कई शहरों में बने हुए हैं।