गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के शिवाजीनगर में इस बार नवरात्रि पर एक अनोखा और आकर्षक पंडाल सजाया गया है। ‘श्री श्री नवरात्रि दुर्गा समिति’ द्वारा बनाया गया यह पंडाल माता वैष्णो देवी की यात्रा पर आधारित है। पंडाल में प्रवेश करते ही भक्तों को दो द्वार दिखाई देते हैं – स्वर्ग का द्वार और नर्क का द्वार। सभी भक्तों को पहले नर्क द्वार से गुजरना होता है, जिसे गुफा जैसी शैली में बनाया गया है। इस गुफा में राक्षसों की झलक और डरावना माहौल भक्तों के रोमांच को बढ़ाता है। जैसे ही श्रद्धालु इसे पार करते हैं, वे माता वैष्णो देवी के दर्शन करते हैं और इस आध्यात्मिक अनुभव के बाद स्वर्ग का द्वार खुलता है।
माता के दर्शन और भक्तों का उत्साह
पंडाल में माता के दर्शन के बाद भक्त क्रमशः चरण पादुका, अर्धकुंवारी गुफा, बाणगंगा और भैरव बाबा के दर्शन करते हैं। विशेष रूप से बच्चों के लिए यह यात्रा बेहद रोमांचक होती है। गुफा में भूत-राक्षस देखकर छोटे बच्चे थोड़ी देर डर जाते हैं, लेकिन माता के दर्शन के बाद उनके चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है। श्रद्धालुओं ने पंडाल की प्रशंसा करते हुए बताया कि इस बार का अनुभव पिछले वर्षों से बिल्कुल अलग और अद्वितीय है। महिलाओं ने कहा कि वे पिछले 15 सालों से यहां आती हैं, लेकिन इस बार का पंडाल सबसे खास और भव्य सजाया गया है।
समिति की मेहनत और पंडाल का भव्य दृश्य
‘श्री श्री नवरात्रि दुर्गा समिति’ के सदस्यों ने बताया कि हर साल पंडाल में कुछ नया करने की कोशिश की जाती है। इस बार की थीम में रितेश, आकाश, राहुल, अंकित, अभिषेक, आशीष और अजीत समेत समिति के सभी सदस्यों ने मेहनत और योगदान दिया। माता की कृपा से यह पंडाल सफल रहा और पूरे शिवाजीनगर में चर्चा का विषय बन गया है। भक्त लगातार इस पंडाल में दर्शन करने आ रहे हैं, और जयकारों व भक्ति भरे माहौल से पूरा इलाका उत्साह और श्रद्धा से भरा हुआ है।