गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – छठ पूजा समाप्त होने के बाद गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का ऐसा सैलाब उमड़ा कि प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन के डिब्बों तक हर जगह अफरातफरी मच गई। गुरुवार शाम को चलने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस में इतनी भीड़ रही कि यात्री दरवाजों, गलियारों और यहां तक कि बाथरूम तक में बैठे नजर आए। कई यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने का मौका ही नहीं मिला और जिन्हें जगह मिली, वे अंदर दम घुटने जैसी स्थिति में फंसे रहे। एक महिला यात्री ने बताया कि ट्रेन में चढ़ते ही शराब के नशे में धुत कुछ युवक गालियां दे रहे थे और महिलाओं को धक्का दे रहे थे। उसने कहा, “मैंने अंदर की हालत देखी तो डर के मारे उतर गई, क्योंकि सांस तक लेने की जगह नहीं थी।” स्टेशन पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन लोगों की संख्या इतनी अधिक थी कि स्थिति काबू में नहीं आई। यात्रियों के बीच सीट पाने को लेकर झगड़े और हाथापाई तक की नौबत आ गई। बच्चों और महिलाओं को इस भीड़ में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा।
गोरखधाम एक्सप्रेस में मचा हंगामा, लोग बोले- ‘अंदर दम घुट रहा था’
गोरखपुर से शाम 4:20 बजे रवाना होने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस हर साल की तरह इस बार भी यात्रियों की पहली पसंद रही, लेकिन इस बार हालात पहले से कहीं अधिक बेकाबू थे। स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को दो हिस्सों में बांटकर ट्रेन में चढ़ाने की योजना बनाई थी, परंतु ट्रेन के आते ही इंतजार कर रही भीड़ ने नियंत्रण तोड़ दिया। लोग दरवाजों पर टूट पड़े और कुछ ही मिनटों में पूरी ट्रेन खचाखच भर गई। सीट पाने के लिए धक्का-मुक्की, गाली-गलौज और मारपीट तक की स्थिति बन गई। एक अन्य महिला यात्री ने बताया कि उसके छोटे बच्चे थे और वह किसी तरह ट्रेन में चढ़ी, लेकिन भीतर इतनी भीड़ थी कि खड़े रहना भी मुश्किल हो गया। सतीश यादव नाम के यात्री ने कहा, “मैं दिल्ली से छठ के लिए खड़े होकर आया था, सोचा था वापसी में आराम मिलेगा, लेकिन यहां हालत और भी खराब है। लोग दरवाजे और बाथरूम तक में बैठे हैं, कोई रास्ता नहीं बचा।” स्टेशन पर पुलिस की मौजूदगी के बावजूद यात्रियों का गुस्सा और अफरातफरी थम नहीं रही थी।
रेलवे प्रशासन पर उठे सवाल, अतिरिक्त ट्रेनें न चलाने से बढ़ी समस्या
गोरखपुर स्टेशन की यह स्थिति एक बार फिर रेलवे की तैयारियों पर सवाल खड़ा कर रही है। हर वर्ष छठ पूजा के बाद बिहार और पूर्वांचल जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ उमड़ती है, इसके बावजूद रेलवे ने इस बार सीमित विशेष ट्रेनें ही चलाईं। यात्रियों का कहना है कि अतिरिक्त ट्रेनों की कमी से गोरखधाम एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस और अन्य प्रमुख ट्रेनों में स्थिति बेकाबू हो गई। कई लोगों ने कहा कि उन्होंने महीनों पहले टिकट बुक किए थे, परंतु कंफर्म सीट न मिलने के कारण अब उन्हें खड़े होकर या किसी तरह सफर करना पड़ रहा है। वहीं स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ कर्मियों को भीड़ संभालने में पसीना आ गया। यात्रियों ने आरोप लगाया कि नशे में धुत कुछ युवक महिलाओं के साथ अभद्रता कर रहे थे और किसी ने भी उन्हें रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई। भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर बच्चों का रोना और बुजुर्गों की परेशानी साफ नजर आ रही थी। यात्रियों ने मांग की है कि रेलवे भविष्य में ऐसे त्यौहारों के समय अतिरिक्त ट्रेनें चलाकर व्यवस्था सुनिश्चित करे, ताकि लोगों की जान जोखिम में न पड़े। फिलहाल गोरखपुर से दिल्ली, मुंबई और पटना जाने वाली ट्रेनों में भीड़ कम होने के आसार नहीं हैं और आने वाले कुछ दिनों तक यात्रियों को इसी अफरातफरी का सामना करना पड़ सकता है।




