गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर क्षेत्र में चल रहे नॉन-इंटरलॉकिंग और ट्रैक दोहरीकरण कार्य को देखते हुए कई बड़े बदलाव किए हैं। गोरखपुर जंक्शन-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन और गोरखपुर-नकहा जंगल सेक्शन पर दोहरीकरण के कारण नागपुर-समस्तीपुर स्पेशल ट्रेन का मार्ग बदल दिया गया है। इस बदलाव के बाद ट्रेन अब गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, ऐशबाग और कानपुर सेंट्रल जैसे प्रमुख स्टेशनों से होकर नहीं गुजरेगी। रेलवे ने जानकारी दी कि 24 सितंबर को नागपुर से चलने वाली 01207 नागपुर-समस्तीपुर स्पेशल अब वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, गोविंदपुरी, सूबेदारगंज, प्रयागराज जं., ज्ञानपुर रोड, वाराणसी, औंड़िहार और छपरा होकर गुजरेगी। इसी तरह 25 सितंबर को समस्तीपुर से चलने वाली 01208 समस्तीपुर-नागपुर स्पेशल भी नया रूट अपनाएगी, जिसमें गोरखपुर और आसपास के ठहराव शामिल नहीं होंगे। इस बदलाव से गोरखपुर क्षेत्र के यात्रियों को नागपुर और समस्तीपुर के बीच सीधी सुविधा नहीं मिल पाएगी और उन्हें दूसरे विकल्प तलाशने होंगे।
गोमतीनगर-कामाख्या एक्सप्रेस का नया समय दिसंबर से लागू
रेलवे ने नागपुर-समस्तीपुर स्पेशल के अलावा साप्ताहिक गोमतीनगर-कामाख्या एक्सप्रेस के समय में भी बदलाव किया है। नया समय 1 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगा। संशोधित शेड्यूल के अनुसार, ट्रेन अब गोमतीनगर से सुबह 10:30 बजे चलेगी। इसके बाद यह गोंडा से दोपहर 12:30 बजे, बस्ती से दोपहर 1:37 बजे और गोरखपुर से दोपहर 3:05 बजे प्रस्थान करेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि गोरखपुर से आगे कामाख्या तक का समय और ठहराव पहले की तरह ही रहेंगे। इससे यात्रियों को अपनी योजना में बदलाव करना पड़ेगा, क्योंकि मौजूदा समय सारणी के मुकाबले ट्रेन अब नए स्लॉट में उपलब्ध होगी। कई नियमित यात्रियों का कहना है कि अचानक समय में बदलाव से उन्हें असुविधा हो रही है, हालांकि रेलवे का तर्क है कि यह कदम परिचालन सुगमता और भविष्य में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए जरूरी है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया और रेलवे का तर्क
गोरखपुर स्टेशन और आसपास के क्षेत्रों में इन बदलावों से यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है। कई लोगों का कहना है कि नागपुर-समस्तीपुर स्पेशल का ठहराव खत्म होने से सीधी यात्रा का विकल्प खत्म हो गया है, जबकि दूसरे मार्गों से जाने में समय और खर्च दोनों बढ़ेंगे। वहीं, गोमतीनगर-कामाख्या एक्सप्रेस के नए समय को लेकर भी लोग दुविधा में हैं, क्योंकि इसका असर उनकी आगे की यात्रा योजनाओं पर पड़ेगा। दूसरी ओर, रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि फिलहाल यह बदलाव निर्माण कार्य और परिचालन कारणों से किए गए हैं और भविष्य में यात्रियों की सुविधा को देखते हुए गोरखपुर की कनेक्टिविटी और मजबूत की जाएगी। अधिकारियों ने यात्रियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि ट्रैक दोहरीकरण और तीसरी लाइन के पूरा होने के बाद संचालन में और ज्यादा सुविधा मिलेगी और लंबी दूरी की ट्रेनों की उपलब्धता भी बेहतर होगी।