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गोरखपुर में घंटों तक लगा भीषण जाम: नौसढ़ से ट्रांसपोर्ट नगर तक रेंगती रहीं गाड़ियां, लोग पैदल घर लौटे

नाले के निर्माण कार्य ने बिगाड़ा ट्रैफिक सिस्टम, घंटों फंसे रहे लोग, कॉलेज छात्र और यात्री परेशान, पुलिस ने कई घंटे बाद स्थिति पर पाया नियंत्रण

Traffic jam on Nausad-Transport Nagar road in Gorakhpur | Gorakhpur News

गोरखपुर में सोमवार की सुबह आम दिनों से बिल्कुल अलग और मुश्किल भरी साबित हुई, जब शहर के प्रमुख मार्ग नौसढ़-ट्रांसपोर्ट नगर फोरलेन पर भीषण ट्रैफिक जाम लग गया। सुबह के व्यस्त समय में सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जो कई किलोमीटर तक फैली रहीं। बसें, ऑटो, ई-रिक्शा, बाइक और निजी वाहन एक ही रफ्तार में रेंगते नजर आए। कई लोग तीन से चार घंटे तक जाम में फंसे रहे, जबकि कुछ ने मजबूरी में अपनी गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी कर दीं और पैदल ही घर या दफ्तर की ओर निकल पड़े। दरअसल, नौसढ़ के पास सड़क के एक हिस्से पर नाले के निर्माण कार्य के कारण एक लेन पूरी तरह बंद कर दी गई है, जिससे बाकी हिस्से पर भारी दबाव बन गया। काम के चलते सड़क का लगभग आधा हिस्सा खुदा पड़ा है, जिसके कारण आने-जाने वाले वाहनों को बारी-बारी से निकलना पड़ रहा था। जाम की यह स्थिति धीरे-धीरे ट्रांसपोर्ट नगर से आगे गोरखपुर-बनारस रोड तक फैल गई, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। कई वाहन चालक घंटों तक अपने वाहनों में बैठे रहे, वहीं कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर प्रशासन से त्वरित समाधान की मांग की।

यात्रियों की परेशानियां: कॉलेज छात्र, महिलाएं और ऑफिस जाने वाले सबसे ज्यादा प्रभावित

इस भीषण जाम ने सबसे अधिक असर उन लोगों पर डाला जिन्हें समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचना था। गीडा से गोरखपुर आने वाले कॉलेज छात्रों ने बताया कि सामान्यत: 20 मिनट की दूरी तय करने में उन्हें दो घंटे से अधिक समय लग गया। एक छात्र ने कहा, “नौसढ़ के पास सड़क इतनी संकरी हो गई है कि वाहनों को निकलने की जगह नहीं मिल रही। चारों ओर हॉर्न की आवाजें और धूल का गुबार है।” वहीं प्रियतमा पाठक नामक यात्री ने बताया कि वे खलीलाबाद जाने के लिए सुबह जल्दी निकलीं, लेकिन नौसढ़ से पहले ही लंबा जाम देखकर उन्हें वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा, “लगता नहीं कि आज कहीं निकल पाऊंगी, गाड़ियां बिल्कुल नहीं चल रहीं।” कुछ यात्रियों ने बताया कि जाम के कारण उन्हें अपने वाहन छोड़ने पड़े और पैदल ही कई किलोमीटर चलना पड़ा। वहीं, बड़हलगंज से आने वाले एक युवक ने बताया कि जाम अब धीरे-धीरे गोरखपुर-बनारस रोड की ओर बढ़ रहा है और ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है। दुकानदारों ने भी बताया कि सुबह से ग्राहकों की आवाजाही ठप है और व्यापार पर असर पड़ा है। सड़क किनारे खड़े वाहन और निर्माण कार्य के कारण लोगों को सड़क पार करने में भी परेशानी हो रही थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक नाले की खुदाई पूरी नहीं होती, तब तक इस मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रह सकती है।

प्रशासन और पुलिस की कोशिशें: घंटों मशक्कत के बाद खोला गया रास्ता

जाम की भयावह स्थिति को देखते हुए गोरखपुर पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया। सुबह से ही ट्रैफिक पुलिस की टीमों को नौसढ़, ट्रांसपोर्ट नगर और आस-पास के इलाकों में तैनात कर दिया गया था। पुलिस की वैन लगातार गश्त करती रही और जवानों ने हाथों से वाहनों को डायवर्ट कर रास्ता खुलवाने की कोशिश की। एसपी ट्रैफिक राजकुमार पांडेय ने बताया कि जाम की सूचना मिलते ही पूरी टीम को मौके पर भेजा गया था। उन्होंने बताया, “पीडब्ल्यूडी ने हाइवे की तरफ की लेन नाले के निर्माण के लिए खोद दी थी, जिससे सड़क संकरी हो गई और ट्रैफिक बाधित हुआ। हमारी टीम ने तुरंत व्यवस्था संभाली और दोपहर एक बजे तक स्थिति को सामान्य कर दिया गया।” प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल नाले के निर्माण कार्य को तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि आगे जाम की समस्या न हो। वहीं, लोगों से अपील की गई है कि जब तक निर्माण कार्य जारी है, वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। पुलिस ने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे जाम से निपटने के लिए अस्थायी डायवर्जन प्लान तैयार किया जा रहा है। सोमवार के इस जाम ने एक बार फिर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और सड़क निर्माण की प्लानिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर निर्माण कार्यों की जानकारी पहले से दी जाती या वैकल्पिक रूट तैयार किया जाता, तो लोगों को इतनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। फिलहाल प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से शाम तक यातायात बहाल कर दिया गया, लेकिन लोगों की शिकायत है कि ऐसे हालात दोबारा न बनें इसके लिए स्थायी समाधान जरूरी है।

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