गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रामगढ़ताल में आने वाले महीनों में पर्यटकों के लिए नई सुविधाओं का विस्तार होने जा रहा है। सहारा एस्टेट की ओर नई जेटी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है, जो पूरी तरह आधुनिक तकनीक से सुसज्जित होगी। पुरानी जेटी की तरह यहां से भी नाव संचालन की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे देवरिया, कुशीनगर और बिहार से आने वाले पर्यटक इस ओर से भी बोटिंग का आनंद ले सकेंगे। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) के अनुसार लगभग 6.82 करोड़ रुपये की लागत से बन रही इस जेटी का क्षेत्रफल 1558 वर्ग मीटर होगा और इसे जुलाई 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जेटी के पास रेस्टोरेंट खोलने की भी योजना है ताकि पर्यटक यहां रुककर भोजन व अन्य सुविधाओं का आनंद ले सकें। सोमवार को निर्माण स्थल पर मिट्टी भराई का काम शुरू कर दिया गया है और तेजी से विकास कार्य चल रहे हैं।
रिंग रोड निर्माण से होगा ताल का पूरा परिक्रमा मार्ग
रामगढ़ताल के चारों ओर रिंग रोड बनाने का काम भी जोर-शोर से चल रहा है। वर्तमान में पैडलेगंज से नौकायन तक चार लेन सड़क बनकर तैयार है, जिससे ताल के इस हिस्से तक पर्यटकों की पहुंच आसान हो गई है। ताल का एक किनारा देवरिया बाईपास से जुड़ा होने के कारण इस मार्ग से गुजरते समय पर्यटक ताल की खूबसूरती का नजारा ले सकते हैं। सहारा एस्टेट से कूड़ाघाट तक लगभग 4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस परियोजना का पहला चरण पहले ही पूरा किया जा चुका है, जिसमें पैडलेगंज से मोहद्दीपुर स्मार्ट व्हील्स तक 2.2 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई गई है। इसके पूरा होने से अब लोग मोहद्दीपुर के जाम से बचकर सीधे कूड़ाघाट तक पहुंच सकते हैं। सड़क के किनारे ताल की दिशा में रेलिंग भी लगाई गई है ताकि सुरक्षा और सौंदर्य दोनों का ध्यान रखा जा सके।
तीन प्लेटफार्म और एडवेंचर गतिविधियों की होगी सुविधा
नई जेटी को आकर्षक और आधुनिक स्वरूप देने के लिए यहां तीन अलग-अलग प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। इन प्लेटफार्म से बोटिंग के अलावा अन्य एडवेंचर गतिविधियों का भी संचालन किया जाएगा, जिससे पर्यटकों को मनोरंजन का नया अनुभव मिलेगा। जेटी परिसर में स्टील की रेलिंग लगाई जाएगी और मुख्य सड़क से जेटी तक पहुंचने के लिए आरसीसी पुल बनाया जाएगा। आकर्षक केनोपी भी लगाई जाएंगी ताकि पर्यटक धूप या बारिश में भी आराम से समय बिता सकें। गोरखपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता किशन सिंह के अनुसार इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। जुलाई 2026 तक काम पूरा होते ही रामगढ़ताल गोरखपुर के पर्यटन मानचित्र पर एक और बड़ा आकर्षण बन जाएगा। स्थानीय व्यापारियों का मानना है कि इस विकास कार्य से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।