गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्य बनाने के अभियान में गोरखपुर के नागरिकों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिले के लोगों ने सक्रिय रूप से सुझाव साझा किए हैं और यह जिले को प्रदेश के शीर्ष पांच जिलों में पहुंचाने में मददगार साबित हुआ है। अब तक कुल 1 लाख 30 हजार से अधिक नागरिकों ने अपनी राय दी है, जिसमें 18 से 31 साल के युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। इस उम्र वर्ग के लगभग 56 प्रतिशत लोगों ने सुझाव प्रदान किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान में हर वर्ग के नागरिकों से सक्रिय भागीदारी की अपील की है और बेहतर सुझाव देने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र और युवाओं की भागीदारी
सुझाव देने की प्रक्रिया में गोरखपुर के ग्रामीण इलाकों की भागीदारी शहर की तुलना में छह गुना अधिक रही है। कुल 1 लाख 12 हजार से अधिक ग्रामीणों ने अपने सुझाव साझा किए, जबकि शहर से केवल 18 हजार लोगों ने भाग लिया। यह आंकड़ा ग्रामीण समाज की जागरूकता और विकास में सक्रिय योगदान को दर्शाता है। डीएम दीपक मीणा और सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी ने नागरिकों से आग्रह किया है कि अधिक से अधिक लोग डिजिटल माध्यम और क्यूआर कोड के माध्यम से अपनी राय साझा करें। जिले में यह पहल युवाओं के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है और सुझावों में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण, कृषि, बुनियादी ढांचा और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं।
सुझावों की दिशा और भविष्य की योजना
सुझावों की संख्या और उनकी गुणवत्ता ने स्पष्ट किया है कि गोरखपुर के लोग प्रदेश के विकास में सक्रिय रूप से योगदान देने को तैयार हैं। जिले की टॉप पांच में शामिल होने की उपलब्धि यह दिखाती है कि यहां के नागरिक विकास के प्रति प्रतिबद्ध और जागरूक हैं। डीएम दीपक मीणा ने कहा कि जनता का उत्साह इस अभियान को और प्रभावी बनाएगा और गोरखपुर को प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल करेगा। उन्होंने उन लोगों से भी अपील की है जिन्होंने अब तक सुझाव नहीं दिया है, वे क्यूआर कोड स्कैन कर अपनी राय साझा करें ताकि जिले के विकास मॉडल को और मजबूत बनाया जा सके। इस अभियान का उद्देश्य केवल सुझाव लेना नहीं बल्कि लोगों को सक्रिय रूप से राज्य के विकास से जोड़ना है और गोरखपुर इस पहल में अग्रणी बनकर मिसाल पेश कर रहा है।