गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के महेसरा क्षेत्र में शहर का पहला इकोलॉजिकल पार्क बनने जा रहा है, जो पर्यावरण संरक्षण और आधुनिक मनोरंजन सुविधाओं का बेहतरीन उदाहरण होगा। नगर निगम ने लगभग 49 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिए शासन से मंजूरी प्राप्त कर ली है और ई-टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। 25 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला यह पार्क शहरवासियों के लिए न केवल हरे-भरे खुले स्थान का विकल्प देगा बल्कि जलभराव की समस्या कम करने और भूजल स्तर बढ़ाने में भी मदद करेगा। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि यह पार्क गोरखपुर के लिए कार्बन सिंक का काम करेगा और शहर के वायु प्रदूषण को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा।
लखनऊ की तर्ज पर भूलभुलैया और आधुनिक सुविधाएं
पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण झाड़ियों से बनी भूलभुलैया होगी, जहां लोग रोमांच का अनुभव कर सकेंगे। इसके अलावा प्राकृतिक तालाब, ब्रिज और बोटिंग की सुविधा, योगा गार्डन, ओपन जिम, किड्स जोन, एडवेंचर जोन, कैफेटेरिया और कियोस्क जैसी सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। मियावाकी तकनीक से पौधरोपण, वॉटर हार्वेस्टिंग और रोकरी जैसी संरचनाएं इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाएंगी। यह पार्क बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए आकर्षण का केंद्र होगा और लोगों को प्रकृति के साथ समय बिताने का एक नया मौका देगा।
ई-टेंडर के बाद जल्द शुरू होगा निर्माण
नगर निगम के मुख्य अभियंता अमित शर्मा ने बताया कि इस सप्ताह ही ई-टेंडर जारी किए जा रहे हैं और इसके बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि पूरा होने के बाद यह पार्क गोरखपुर का नया लैंडमार्क साबित होगा और शहर की सुंदरता में चार चांद लगाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पार्क न केवल शहरवासियों को मनोरंजन का नया विकल्प देगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी मील का पत्थर बनेगा। शहर आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह पार्क एक नया आकर्षण होगा और गोरखपुर की पहचान को एक नई दिशा देगा।