गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। तिवारीपुर थाना क्षेत्र के संकट मोचन नगर में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक द्वारा तीसरी कक्षा के बच्चे की बेरहमी से पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद लोग आक्रोश में हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी टीचर, जो बिहार में सरकारी स्कूल में कार्यरत है, ने महज क्रिकेट की गेंद को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद 8 वर्षीय सूर्यांश शर्मा को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि आरोपी बच्चे को बालों से पकड़कर थप्पड़ मारता है, फिर उसकी गर्दन दबाकर अपने घर की ओर घसीट ले जाता है। यह पूरा मामला 21 अक्टूबर का है, लेकिन इसका वीडियो 23 अक्टूबर को सामने आया जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। पीड़ित बच्चे के पिता दयानंद शर्मा, जो बैंक रोड स्थित एक डॉक्टर के यहां एकाउंटेंट हैं, ने बताया कि उनका बेटा कॉलोनी में दोस्तों के साथ खेल रहा था जब उसे नाली में गिरी गेंद मिली। उसी समय पास के बच्चे से गेंद को लेकर कहासुनी हुई और बच्चे का पिता यानी आरोपी शिक्षक वहां पहुंच गया। उसने बिना कुछ सुने सूर्यांश को दौड़ा-दौड़ाकर पकड़ लिया और सड़क पर ही उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान उसने बच्चे को बाल पकड़कर 10 से अधिक थप्पड़ जड़े और उसके बाद गर्दन दबाकर अपने घर ले गया।
कमरे में बंद कर आधे घंटे तक होती रही पिटाई, टूटा दांत और आई गंभीर चोटें
घटना का सबसे भयावह हिस्सा तब सामने आया जब पीड़ित बच्चे ने बताया कि शिक्षक उसे अपने घर ले जाकर कमरे में बंद कर दिया और वहां बेतहाशा पीटा। सूर्यांश ने बताया कि आरोपी ने फर्श पर गिराकर लात-घूंसे बरसाए और एक मुक्का उसके मुंह पर मारा जिससे उसका दांत टूट गया। पिता दयानंद शर्मा ने बताया कि उनके बेटे के हाथ, पैर और कान पर भी चोटें आई हैं। लगभग 30 मिनट तक उसे कमरे में बंद रखा गया, जहां वह लगातार डर से रोता रहा। आरोपी ने धमकी दी कि जब तक तुम्हारे मां-बाप नहीं आएंगे, तब तक छोड़ूंगा नहीं। इसी बीच, मौका पाकर सूर्यांश किसी तरह दरवाजे से भाग निकला और घर पहुंचकर अपने माता-पिता को पूरी घटना बताई। मां-बाप जब आरोपी के घर शिकायत करने पहुंचे तो शिक्षक ने उल्टा झगड़ा शुरू कर दिया और अभद्रता करने लगा। इस दौरान परिजनों ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। आरोपी टीचर कॉलोनी में ही लगभग 200 मीटर की दूरी पर किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहता है। स्थानीय लोगों ने भी बताया कि आरोपी का स्वभाव काफी आक्रामक है और वह पहले भी कॉलोनी के बच्चों पर गुस्सा निकाल चुका है।
पुलिस जांच में जुटी, बच्चा अब भी सदमे में, समाज में उठे सवाल
घटना की सूचना मिलते ही तिवारीपुर थाना प्रभारी पंकज सिंह ने मौके का मुआयना किया और परिजनों की तहरीर पर जांच शुरू कर दी। बच्चे का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है जिसमें चेहरे और शरीर पर कई चोटों की पुष्टि हुई है। थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और सबूतों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर समाज में बच्चों की सुरक्षा और शिक्षक की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक शिक्षक, जिसे समाज में बच्चों का मार्गदर्शक माना जाता है, उसके द्वारा की गई यह अमानवीय हरकत न केवल शिक्षण संस्थानों की गरिमा को धूमिल करती है बल्कि बच्चों के मन में भय भी पैदा करती है। सूर्यांश के पिता ने बताया कि उनका बेटा अब घर से बाहर निकलने से डरता है और रात में बार-बार उस घटना को याद कर डर से कांप उठता है। उन्होंने प्रशासन से आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में कोई और बच्चा इस तरह की हिंसा का शिकार न बने। इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में भी गुस्सा है और वे शिक्षकों के आचरण पर सख्त निगरानी की मांग कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी शिक्षक फिलहाल घर से गायब है और उसकी तलाश की जा रही है। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को देखकर आम लोग भी आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। यह मामला सिर्फ एक परिवार का नहीं बल्कि समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता का आईना है, जो यह बताता है कि बच्चों के साथ हिंसा पर अब तत्काल रोक लगाने की जरूरत है।




