गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर के चिलुआताल थाना क्षेत्र में बुधवार शाम उस समय हड़कंप मच गया जब चौथी कक्षा में पढ़ने वाला एक 10 वर्षीय छात्र अचानक गायब हो गया। परिवार वालों ने पहले खुद बच्चे की तलाश की लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो रात आठ बजे पुलिस को सूचना दी गई। छात्र के दादा सदानंद सिंह ने थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई और अनहोनी की आशंका जताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के सभी थानों और व्हाट्सऐप ग्रुप पर बच्चे की तस्वीर प्रसारित कर दी गई। रेलवे स्टेशन, रोडवेज और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ। सोशल मीडिया पर भी उसकी फोटो साझा की गई। शहरभर में सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। बढ़ते तनाव को देखते हुए एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव स्वयं मौके पर पहुंचे और परिवार से पूछताछ की।
डॉग स्क्वायड ने खोला रहस्य
बच्चे के गायब होने से पुलिस और परिजन दोनों परेशान थे। इसी बीच एसपी नॉर्थ ने डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया। डॉग हैंडलर धनेश्वर चौहान अपने खोजी कुत्ते टोनी (डॉबरमैन नस्ल, 7 वर्ष) के साथ मौके पर पहुंचे। बच्चे के दादा ने उसकी स्कूल यूनिफॉर्म की शर्ट पुलिस को दी जिसे टोनी ने सूंघा और तुरंत ही घर की ओर भागा। कुत्ता तेजी से सीढ़ियां चढ़कर पहले फ्लोर पर पहुंचा और वहां भौंकने लगा। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो देखा कि बच्चा बिस्तर के पास कोने में गहरी नींद में सो रहा था। पुलिस ने पहले आवाज दी लेकिन जब वह नहीं उठा तो पानी छिड़ककर जगाया गया। बच्चे को देखते ही परिवारजन की आंखों में आंसू आ गए और मां ने उसे गोद में उठा लिया।
होमवर्क अधूरा था, ट्यूशन से बचने की थी कोशिश
पुलिस पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसका होमवर्क अधूरा रह गया था और शाम को ट्यूशन शिक्षक आने वाले थे। डांट और पढ़ाई से बचने के लिए वह ऊपर वाले कमरे में जाकर छिप गया था। उसका इरादा था कि शिक्षक चले जाने के बाद नीचे आएगा, लेकिन थकान के कारण उसे वहीं नींद आ गई। बच्चे के अचानक गायब होने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। पुलिस ने लगभग चार घंटे तक लगातार तलाशी अभियान चलाया और आखिरकार बच्चा घर के अंदर से ही सुरक्षित बरामद हो गया। एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कई टीमें बच्चे की तलाश में लगाई गई थीं और डॉग स्क्वायड की मदद से समय रहते बच्चे को खोज लिया गया। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि पुलिस डॉग स्क्वायड की भूमिका बच्चों और आम नागरिकों की सुरक्षा में कितनी महत्वपूर्ण है। बच्चा सुरक्षित मिलने के बाद परिवार ने राहत की सांस ली और पुलिस का आभार जताया।