गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में NEET की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर होने के बाद सख्त कार्रवाई की गई है। एसएसपी राजकरन नय्यर ने पिपराइच थाना प्रभारी पुरुषोत्तम आनंद सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही जंगल छत्रधारी चौकी प्रभारी विनय सिंह और अन्य पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। गुलरिहा थाने के पांच पुलिसकर्मियों को भी कार्य में लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर किया गया। इससे पहले जंगल धूसड़ चौकी प्रभारी और चार सिपाहियों को भी निलंबित किया जा चुका था।
हत्या का मामला और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
पिपराइच क्षेत्र के महुआचापी में 15 सितंबर को नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता को पशु तस्करों ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के विरोध में हुए बवाल को मुख्यमंत्री ने संज्ञान में लिया और पुलिस अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। पुलिस ने घटना के तुरंत बाद कई अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू की और अब तक कई पुलिसकर्मियों को निलंबित या लाइन हाजिर किया जा चुका है।
अन्य थानों में कार्रवाई और नई नियुक्तियां
एसएसपी ने पिपराइच थाने के वाहन चालक और अन्य स्टाफ को भी लाइन हाजिर किया है। गुलरिहा थाने के हेड कांस्टेबल कमलेश कुमार गौतम, सिपाही अविनाश विक्रम सिंह, अनुराग कुमार, सूर्य प्रकाश पटेल और अवनीश यादव को लाइन हाजिर किया गया। पुलिस लाइन से विकास सिंह को जंगल छत्रधारी चौकी का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, एडीजी जोन मुथा अशोक जैन के निर्देश पर कुशीनगर जिले में दो थाने, पांच चौकी प्रभारी समेत 33 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। यह कार्रवाई पुलिस प्रशासन की गंभीरता और अपराध पर त्वरित प्रतिक्रिया का प्रतीक मानी जा रही है।