गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – दीपावली और छठ पर्व के बाद जब यात्रियों की भारी भीड़ रेलवे स्टेशनों पर उमड़ती है, तब रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करता है। इस वर्ष भी पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर समेत कई प्रमुख स्टेशनों से विशेष ट्रेनों की एक विस्तृत श्रृंखला शुरू की है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, 3 नवंबर 2025 से विभिन्न मार्गों पर पूजा स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है, ताकि लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को टिकट या सीट के अभाव में कोई कठिनाई न झेलनी पड़े। इन ट्रेनों का उद्देश्य त्योहारों के बाद घर लौटने या काम पर जाने वाले लोगों को राहत देना है। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गोरखपुर से बड़ोदरा, बहराइच, पुणे, मुंबई, धनबाद और अन्य गंतव्यों के लिए ट्रेनों की समय-सारणी जारी की है। रेलवे के मुताबिक, 09112 गोरखपुर-बड़ोदरा पूजा स्पेशल ट्रेन सुबह 5 बजे गोरखपुर से रवाना होगी जो बस्ती, गोंडा, बाराबंकी और कानपुर सेंट्रल होकर बड़ोदरा पहुंचेगी। इसी प्रकार 05131 गोरखपुर-बहराइच स्पेशल सुबह 5:25 बजे रवाना होगी और आनंदनगर, सिद्धार्थनगर, बढ़नी होकर बहराइच पहुंचेगी। वहीं, गोमतीनगर से न्यू जलपाईगुड़ी तक चलने वाली 05741 पूजा विशेष ट्रेन सुबह 9:40 बजे रवाना होगी, जो गोरखपुर होते हुए पूर्वोत्तर दिशा में यात्रा करेगी। इसके अलावा, 04607 छपरा-अमृतसर स्पेशल दोपहर 12 बजे छपरा से चलेगी और गोरखपुर, गोंडा, सीतापुर होते हुए अमृतसर पहुंचेगी। दक्षिण भारत की दिशा में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए 01080 गोरखपुर-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (मुंबई) और 01416 गोरखपुर-पुणे पूजा विशेष गाड़ियां चलाई जा रही हैं। गोरखपुर से पुणे जाने वाली ट्रेन शाम 5:30 बजे रवाना होगी और लखनऊ, कानपुर, झांसी होते हुए पुणे पहुंचेगी। वहीं, धनबाद जाने वाले यात्रियों के लिए 03678 गोरखपुर-धनबाद पूजा विशेष ट्रेन दोपहर 3:30 बजे रवाना होगी, जो वाराणसी होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचेगी। रेलवे के अनुसार, इन ट्रेनों के संचालन से पूर्वांचल क्षेत्र के यात्रियों को न केवल सुविधा मिलेगी बल्कि सामान्य ट्रेनों में लगने वाली लंबी वेटिंग से भी राहत मिलेगी।
नई दिल्ली मार्ग से बठिंडा के लिए शुरू हुई सुपरफास्ट अनारक्षित ट्रेन
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की मांग को देखते हुए गोरखपुर-बठिंडा वाया नई दिल्ली सुपरफास्ट विशेष ट्रेन का संचालन भी शुरू किया है। यह ट्रेन उत्तर भारत के प्रमुख शहरों को जोड़ते हुए दिल्ली और पंजाब क्षेत्र तक यात्रा करने वाले लोगों को बड़ी राहत देगी। रेलवे के अनुसार, 02555 गोरखपुर-बठिंडा सुपरफास्ट विशेष गाड़ी 2 नवंबर 2025 की रात 9:20 बजे गोरखपुर से रवाना होगी। यह ट्रेन खलीलाबाद, बस्ती, बभनान, मनकापुर, गोंडा, लखनऊ, कानपुर सेंट्रल और नई दिल्ली होते हुए अगले दिन शाम तक बठिंडा पहुंचेगी। वापसी में 02556 बठिंडा-गोरखपुर विशेष गाड़ी 3 नवंबर की रात 8:30 बजे बठिंडा से चलेगी और अगले दिन दोपहर करीब 3:55 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। इस ट्रेन में कुल 20 कोच लगाए गए हैं जिनमें दो एसएलआरडी और 18 अनारक्षित द्वितीय श्रेणी/शयनयान कोच शामिल हैं। इस व्यवस्था से सामान्य यात्रियों को भी सीट उपलब्ध होने की संभावना बढ़ गई है और लंबी प्रतीक्षा सूची से उन्हें राहत मिलेगी। अधिकारियों ने बताया कि त्योहारों के दौरान पूर्वांचल से पंजाब और हरियाणा की ओर जाने वाले यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि होती है, इसलिए यह ट्रेन यात्रियों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित होगी।
रेलवे का उद्देश्य: भीड़ प्रबंधन के साथ सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना
रेलवे प्रशासन का कहना है कि हर वर्ष दीपावली और छठ पर्व के दौरान यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। इस बार भी गोरखपुर, लखनऊ, बहराइच, मऊ और छपरा जैसे स्टेशनों पर भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए ये विशेष ट्रेनें चलाई गई हैं। यात्रियों को अधिकतम सुविधा मिले इसके लिए रेलवे ने पर्याप्त कोच की व्यवस्था की है, ताकि कोई भी व्यक्ति टिकट या सीट के अभाव में परेशान न हो। रेलवे ने साथ ही यह भी अपील की है कि यात्री सफर के दौरान सभी सुरक्षा नियमों का पालन करें, केवल मान्य टिकट के साथ यात्रा करें और स्टेशन पर अनुशासन बनाए रखें। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे कर्मियों को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि पूर्वोत्तर रेलवे हर वर्ष यात्रियों की बढ़ती जरूरतों के अनुसार ट्रेनों की संख्या बढ़ाता है और इस बार का यह निर्णय भी उसी नीति का हिस्सा है। इन विशेष ट्रेनों के संचालन से न केवल त्योहारों के बाद की यात्रा सुगम होगी बल्कि इससे स्थानीय व्यापारियों और प्रवासी मजदूरों को भी फायदा मिलेगा, जो दीपावली और छठ मनाने के बाद अपने कार्यस्थलों की ओर लौटते हैं। रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी यात्रियों की मांग और भीड़ के अनुसार अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी ताकि पूर्वांचल के लोगों को यात्रा में किसी तरह की असुविधा न हो। इस कदम से रेलवे ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह केवल परिवहन का साधन नहीं बल्कि आम नागरिकों की सुविधा से जुड़ी एक संवेदनशील संस्था है जो हर परिस्थिति में देशवासियों की सेवा के लिए तत्पर है।




