गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में सोमवार को शारदीय नवरात्रि का आगाज बेहद भक्तिमय माहौल में हुआ। सुबह से ही शहर के प्रमुख दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। भक्तों ने विधि-विधान से कलश स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना शुरू की और नौ दिन के व्रत का संकल्प लिया। शहर के विभिन्न हिस्सों में दिनेश्वरी माता मंदिर, बंजारी माता मंदिर, विंदेश्वरी माता मंदिर कोड़ारी, चंडी माता मंदिर बुढनपुरा, दुर्गा मंदिर संसारपार और समयस्थान मंदिर में विशेष श्रद्धा का माहौल देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने नारियल, चुनरी और फूल चढ़ाकर माता का श्रृंगार किया और घंटों तक आरती में शामिल रहे। मंदिरों में गूंजते भजनों और घंटियों की ध्वनि ने पूरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय कर दिया।
मातेश्वरी शक्ति पीठ पर महायज्ञ का शुभारंभ
मातेश्वरी शक्ति पीठ पर शारदीय नवरात्रि के अवसर पर आदिशक्ति अखंड महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। सद्गुरु महाराज ने विधिवत पूजन और यज्ञ-हवन किया। पीठ के सदस्य प्रभुनाथ यादव ने बताया कि कलश स्थापना के साथ ही दस दिनों तक यज्ञ और हवन का आयोजन लगातार चलता रहेगा। हवन में बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लेकर आहुति दी और सुख-समृद्धि की कामना की। आयोजन समिति के अनुसार नवरात्रि के प्रत्येक दिन विशेष पूजा, भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिससे श्रद्धालुओं की भागीदारी और बढ़ेगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिखा उत्साह
गोला और उरूवा क्षेत्र के दुर्गा मंदिरों में भी भक्तों का उत्साह देखने लायक रहा। ओझौली, तीहा मुहम्मदपुर, धनौली, महुआपार, पोहिला और भीटी गांवों में मंदिरों में सुबह से ही पूजा-पाठ का दौर चला। अधिकतर श्रद्धालुओं ने पूरे नौ दिन के उपवास का संकल्प लिया और मंदिरों में विशेष आरती की। ग्रामीण इलाकों में भी मंदिरों की सजावट आकर्षण का केंद्र बनी हुई है और शाम को भजन-कीर्तन के आयोजन से पूरा माहौल आध्यात्मिक हो गया। श्रद्धालु मानते हैं कि नवरात्रि का यह समय मनोकामनाओं की पूर्ति का अवसर है, इसलिए वे पूरे विधि-विधान के साथ उपवास और पूजा कर रहे हैं। गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में इस पावन अवसर पर सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।