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गोरखपुर रेलवे कॉलोनी में आरपीएफ कर्मचारी की संदिग्ध हालात में मौत

कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला, बेड पर बिखरी थीं दवाएं; हार्ट अटैक की आशंका, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

Gorakhpur railway station digital interlocking system

गोरखपुर कैंट थाना क्षेत्र स्थित रेलवे कॉलोनी में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई जब आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के वरिष्ठ लिपिक मो. एहतेशाम अली (50 वर्ष) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में उनके क्वार्टर से बरामद हुआ। जानकारी के मुताबिक, वह कैंट क्षेत्र में स्थित आरपीएफ सुरक्षा आयुक्त कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात थे। शुक्रवार सुबह जब वह दफ्तर नहीं पहुंचे तो सहकर्मियों ने उन्हें कई बार फोन किया, लेकिन जवाब नहीं मिला। दोपहर बाद कर्मचारियों ने कैंट पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन अंदर से बंद होने के कारण सफलता नहीं मिली। बाद में दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया।

दवाओं के बीच अर्धनग्न हालत में मिला शव

कमरे के अंदर पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने जब जांच की तो बेड पर मो. एहतेशाम अर्धनग्न अवस्था में मृत पाए गए। उनके आसपास बड़ी मात्रा में दवाएं बिखरी हुई थीं, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि वह किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। पुलिस ने शव की जांच की तो शरीर पर किसी तरह की चोट या संघर्ष का निशान नहीं मिला। प्राथमिक जांच में मौत का कारण हार्ट अटैक माना जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने मौके से आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किए हैं ताकि मौत के कारणों की सही जानकारी मिल सके।

पोस्टमार्टम के बाद होगी असली वजह साफ

कैंट थाना प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और देर शाम तक उनके गोरखपुर पहुंचने की संभावना है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ सकेगी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना से रेलवे कॉलोनी में शोक की लहर दौड़ गई है और सहकर्मी भी स्तब्ध हैं।


यह मामला गोरखपुर रेलवे कॉलोनी में रह रहे कर्मचारियों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। शुरुआती अनुमान भले ही स्वास्थ्य कारणों से मौत की ओर इशारा कर रहे हों, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है ताकि किसी भी तरह की लापरवाही या संदिग्ध पहलू को नजरअंदाज न किया जाए।