पांच दिन बाद लौटी रौनक, यात्रियों को मिली सीमित सुविधा
गोरखपुर-लखनऊ मेन रूट पर लंबे समय से चल रहे निर्माण कार्य के चलते रेलवे ने 22 से 26 सितंबर तक मेगा ब्लॉक लिया था। इस दौरान तीसरी लाइन और डबल लाइन का काम पूरा किया गया। शनिवार को जब ट्रेनों की आवाजाही दोबारा शुरू हुई तो गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर चहल-पहल लौट आई। सुबह से ही यात्री प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों के इंतजार में दिखाई दिए और कई गाड़ियां समय पर चलनी शुरू हो गईं। हालांकि, पांच दिन के ब्लॉक से प्रभावित यात्रियों को पूरी तरह से राहत नहीं मिल सकी क्योंकि रविवार को भी 38 ट्रेनें रद्द करने का फैसला लिया गया। इनमें चौरीचौरा एक्सप्रेस और गोरखपुर-लखनऊ इंटरसिटी जैसी महत्वपूर्ण सेवाएँ शामिल थीं। यात्रियों का कहना है कि जानकारी समय पर उपलब्ध न होने से कई ट्रेनें आधी खाली ही स्टेशन से रवाना हुईं। गोरखपुर-रांची एक्सप्रेस की सीटें शनिवार दोपहर तक काफी हद तक खाली रहीं, जबकि गोरखधाम और कुशीनगर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को समय से पहले प्लेटफॉर्म पर खड़ा किया गया ताकि भीड़ को संभालने में आसानी हो सके।
नई लाइनों पर ट्रायल और बदलते रूट से यात्रा
रेल संरक्षा आयुक्त ने गोरखपुर-डोमिनगढ़ के बीच तीसरी लाइन पर ट्रेनों को चलाने की अनुमति दे दी है। फिलहाल इस ट्रैक पर सुरक्षा कारणों से गाड़ियां 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जा रही हैं। वहीं, गोरखपुर-नकहा जंगल मार्ग पर बनी नई डबल लाइन पर ट्रेनों को 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से संचालित किया जा रहा है। रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि फिलहाल स्थिति सामान्य करने के प्रयास जारी हैं और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ट्रायल की निगरानी लगातार की जा रही है। इस बीच कई प्रमुख ट्रेनें जैसे वैशाली एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, एलटीटी सुपरफास्ट और ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस अब गोरखपुर के रास्ते से चलाई जा रही हैं। यह बदलाव अस्थायी रूप से किया गया है ताकि अन्य रूट पर दबाव कम हो और यात्रियों को ज्यादा विकल्प मिल सकें।
यात्रियों की चुनौतियाँ और रेलवे की तैयारी
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पूछताछ केंद्र, टिकट काउंटर और विश्रामालय में यात्रियों की भीड़ लगातार बनी हुई है। यात्रियों को बार-बार ट्रेनों की स्थिति जानने के लिए कतारों में लगना पड़ रहा है। कई लोग इस वजह से परेशान दिखे कि उन्हें ट्रेन कैंसिलेशन की सूचना अंतिम समय पर मिली। इसके चलते कुछ ट्रेनों में अपेक्षा से कम यात्री मिले तो दूसरी ओर अचानक भीड़ बढ़ने से प्लेटफॉर्म पर अफरातफरी का माहौल भी बना। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि आगामी दिनों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगी और रद्द की गई ट्रेनों को भी चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जाएगा। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की पुष्टि करें और डिजिटल माध्यम से अपडेट लेते रहें। गोरखपुर-लखनऊ मुख्य मार्ग पर तीसरी और डबल लाइन का काम पूरा होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ट्रेनों की आवाजाही और सुगम हो जाएगी तथा यात्रियों को बेहतर और समय पर सुविधा मिल सकेगी।