गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – छठ पूजा के मौके पर गोरखपुर पहुंचने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन से सफर करना इस बार बेहद कठिन साबित हो रहा है। अवध और बाघ एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में यात्रियों को न केवल सीटें नहीं मिल रही, बल्कि खड़े होने की जगह भी बेहद कम है। हालात इतने खराब हैं कि कई लोग नीचे बैठकर सफर करने को मजबूर हैं। एक यात्री ने दैनिक भास्कर से बातचीत में गुस्से में कहा कि इतनी भीड़ में जाने से बेहतर है कि नर्क में चला जाऊं। ट्रेन के डिब्बे इतने भरे हुए थे कि पैरों रखने की भी जगह नहीं थी। मुंबई से गोरखपुर आने वाली अवध एक्सप्रेस और बाघ एक्सप्रेस में यह स्थिति विशेष रूप से देखने को मिली।
प्लेटफॉर्म और डिब्बों में अफरातफरी
गोरखपुर स्टेशन पर बाघ एक्सप्रेस (13020) दोपहर 1:40 बजे पहुंची, तब तक डिब्बे पूरी तरह भर चुके थे। जो थोड़ी बहुत जगह बची थी, वह भी गोरखपुर से चढ़ने वाले यात्रियों से भर गई। यात्रियों ने सफाई और सुविधाओं की स्थिति पर नाराजगी जताई। महिला यात्रियों के लिए तो यह स्थिति और चुनौतीपूर्ण थी, कई लोग गेट पर खड़े भीड़ के कारण ट्रेन में चढ़ने में कठिनाई महसूस कर रहे थे। रेलवे पुलिस ने प्लेटफॉर्म और डिब्बों में अनुशासन बनाए रखने के लिए लगातार यात्रियों से दूरी बनाए रखने और सावधानी बरतने की अपील की। हालांकि, भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस के प्रयास के बावजूद यात्रियों को सफर करना मुश्किल हो रहा था।
रेलवे इंतजाम और आगामी सावधानियां
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि छठ पूजा के कारण आने वाले दिनों में भीड़ और बढ़ने की संभावना है। यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जा रहे हैं और स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं। फिर भी मुंबई, दिल्ली, सूरत और कोलकाता जैसे बड़े शहरों से उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ बन रही है। यात्रियों का कहना है कि जब तक त्योहार समाप्त नहीं होते, यह “त्योहार एक्सप्रेस” चुनौतीपूर्ण बनी रहेगी। कुल मिलाकर, छठ पूजा के समय गोरखपुर की रेलवे यात्रा सुरक्षा और सुविधा के दृष्टिकोण से विशेष ध्यान देने की मांग करती है, ताकि यात्रियों को पर्याप्त स्थान और सफर का आराम मिल सके।




