गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर जंक्शन और आसपास के रेल मार्गों पर चल रहे मेगा-ब्लॉक के कारण शुक्रवार को रेल संचालन पूरी तरह प्रभावित रहा। रेलवे ने 74 ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया, जबकि 20 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया और 4 गाड़ियों के समय में बदलाव किया गया। इनमें राप्तीसागर एक्सप्रेस, पूर्वांचल एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस और अवध एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं। अचानक बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द होने से यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। स्टेशन पर कई यात्री जानकारी के लिए इधर-उधर भटकते रहे और टिकट खिड़कियों पर भीड़ लगी रही। यात्रियों ने रेलवे से अग्रिम सूचना और बेहतर प्रबंधन की मांग की ताकि उन्हें बार-बार परेशानी न झेलनी पड़े।
निर्माण कार्य पूरा, अब स्पीड ट्रायल की तैयारी
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, गोरखपुर–डोमिनगढ़ तीसरी लाइन और गोरखपुर–नकहा जंगल दोहरीकरण का काम अब पूरा हो चुका है। इन नई लाइनों को यात्री सेवा में शामिल करने से पहले सुरक्षा जांच और स्पीड ट्रायल जरूरी है। इसी क्रम में 26 सितंबर को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) नवनिर्मित ट्रैक का निरीक्षण करेंगे और गाड़ियों का उच्च गति परीक्षण किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्य पूरा होने से आने वाले समय में गोरखपुर रेल खंड पर ट्रेनों की आवाजाही और भी तेज और सुगम होगी। साथ ही, परिचालन क्षमता बढ़ने से यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और समय की बचत का लाभ मिलेगा।
रेलवे की अपील और यात्रियों के लिए निर्देश
रेल प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय निवासियों से विशेष अपील की है कि निरीक्षण और स्पीड ट्रायल के दौरान नए ट्रैक पर किसी भी तरह की गतिविधि न करें। उन्होंने कहा है कि लोग स्वयं या अपने पशुओं को रेल पथ पर न जाने दें, क्योंकि यह सुरक्षा मानकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। रेलवे का दावा है कि यह मेगा-ब्लॉक थोड़े समय की असुविधा जरूर दे रहा है, लेकिन दीर्घकाल में यात्रियों के लिए सुविधा का कारण बनेगा। अधिकारियों का कहना है कि नई तीसरी लाइन और दोहरीकरण के बाद गोरखपुर क्षेत्र से गुजरने वाली कई ट्रेनों का संचालन और सुचारू होगा, जिससे बार-बार होने वाली देरी और जाम की स्थिति से राहत मिलेगी। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे सफर से पहले ट्रेन की स्थिति ऑनलाइन पोर्टल या हेल्पलाइन नंबर से अवश्य जांच लें।