कूड़ा जलाने से हुआ हादसा, उपभोक्ताओं को भारी दिक्कत
गोरखपुर के राजघाट स्थित अमरूद मंडी के पास सोमवार को नगर निगम की लापरवाही ने पूरे इलाके की बिजली आपूर्ति को ठप कर दिया। निगम कर्मचारियों द्वारा कूड़ा जलाने से लगी आग अचानक भड़क उठी और उसकी लपटों की चपेट में 33 केवी की दो हाईटेंशन केबल आ गईं। दोनों केबल क्षतिग्रस्त होने के बाद रुस्तमपुर और रानीबाग क्षेत्र की बिजली आपूर्ति अचानक बंद हो गई। इससे घरों, दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कामकाज प्रभावित हो गया। स्थानीय उपभोक्ताओं ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के बिजली गुल होने से दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई लोग काम के बीच फंस गए और छोटे व्यवसायों को काफी नुकसान उठाना पड़ा।
बिजली विभाग की त्वरित कार्रवाई, आंशिक राहत
घटना की सूचना मिलते ही बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का आकलन शुरू किया। अधिकारियों ने सबसे पहले क्षतिग्रस्त केबल की मरम्मत कार्य आरंभ किया, ताकि प्रभावित क्षेत्रों को तत्काल राहत मिल सके। कुछ ही घंटों के भीतर एक केबल को ठीक कर बिजली आपूर्ति आंशिक रूप से बहाल कर दी गई। विभाग की त्वरित कार्रवाई से उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन पूरे सिस्टम के सामान्य होने में समय लगा। इस बीच तकनीकी टीम ने घटनास्थल पर मौजूद उपकरणों और लाइन की गहन जांच भी की, ताकि किसी तरह की और समस्या सामने न आए।
वैकल्पिक लाइन से मिली स्थायी समाधान की उम्मीद
बिजली विभाग ने बाद में वैकल्पिक केबल को भी दुरुस्त कर भविष्य की परेशानी से बचाव की व्यवस्था की। अधिकारियों का कहना है कि अब किसी भी तरह की खराबी आने पर बिजली आपूर्ति को तुरंत वैकल्पिक लाइन से संचालित किया जा सकेगा। रुस्तमपुर के सहायक अभियंता वी.के. यादव ने बताया कि आग से दोनों केबल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए थे। एक केबल की मरम्मत उसी दिन कर दी गई थी और अब दूसरी लाइन को भी दुरुस्त कर दिया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि उपभोक्ताओं को आगे बिजली आपूर्ति में किसी तरह की कठिनाई नहीं होगी। हालांकि स्थानीय लोग नगर निगम की इस लापरवाही से बेहद नाराज़ हैं और उनका कहना है कि शहर की सफाई व्यवस्था और कूड़ा प्रबंधन की कमी ने पूरे इलाके को मुसीबत में डाल दिया।