गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर शहर में बुधवार को विद्युत विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर अनुरक्षण और मरम्मत कार्य किए जाने का कार्यक्रम तय किया गया है। इस कारण शहर के कई हिस्सों में सुबह से शाम तक बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी। विभाग के अनुसार इन कार्यों का उद्देश्य पुराने और जर्जर तारों को बदलना, ट्रांसफार्मर और पोल की मरम्मत करना और पेड़ों की डाली काटकर लाइनों को सुरक्षित बनाना है। इन कार्यों के लिए निर्धारित समय के दौरान आपूर्ति रोकी जाएगी ताकि कर्मचारी सुरक्षित वातावरण में काम पूरा कर सकें। विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे इस अवधि में होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक पानी पहले से भर लें और अन्य घरेलू जरूरतों की तैयारी भी कर लें। विभाग का कहना है कि यह काम शहर की बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक है और इसके पूरा होने के बाद उपभोक्ताओं को स्थिर और गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति मिलेगी।
इन इलाकों में रहेगी बिजली कटौती
बुधवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आवास विकास फीडर पर बिजली आपूर्ति पूरी तरह बंद रहेगी ताकि जर्जर तार और पोल बदले जा सकें। इसी तरह, सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक नॉर्मल उपकेंद्र से निकलने वाले तुर्कमानपुर, राजघाट और नौसढ़ फीडरों की आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान नौसढ़ क्षेत्र, राजघाट, मीनूहाता, बर्फ खाना, रावत पाठशाला और घसियारी टोला के उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिलेगी। औद्योगिक अस्थान उपकेंद्र की 11 केवी लाइन पर पेड़ों की डालियों की कटाई और अन्य मरम्मत कार्य सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक किए जाएंगे, जिसके चलते गोरखनाथ पूर्वी, गोरखनाथ पश्चिमी, नथमलपुर, औद्योगिक अस्थान, अजयनगर, जनप्रिया, मछली दफ्तर और कुंतीनगर क्षेत्रों में आंशिक रूप से आपूर्ति बाधित रहेगी। विभाग ने कहा है कि मरम्मत कार्य समय से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा ताकि उपभोक्ताओं को अधिक देर तक बिजली कटौती का सामना न करना पड़े।
विभाग की अपील और ऊर्जा बचत पर जोर
विद्युत विभाग ने शहरवासियों से अपील की है कि वे समय से पहले पानी की टंकियां भर लें और जरूरत के हिसाब से अन्य तैयारियां भी पूरी कर लें ताकि बिजली कटौती के दौरान असुविधा न हो। विभाग ने यह भी कहा कि इन अनुरक्षण कार्यों के चलते भविष्य में बिजली आपूर्ति और भी बेहतर और सुरक्षित होगी, इसलिए उपभोक्ताओं को इस अस्थायी समस्या को सहयोग के रूप में देखना चाहिए। विभाग ने ऊर्जा बचत पर भी जोर देते हुए कहा कि उपभोक्ता अनावश्यक उपकरण बंद रखें, जिससे विद्युत खपत कम हो और प्रणाली पर दबाव घटे। अधिकारियों का कहना है कि गोरखपुर में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है और इस तरह के समय-समय पर किए जाने वाले अनुरक्षण कार्य नेटवर्क को दुरुस्त बनाए रखने के लिए अनिवार्य हैं। विभाग ने भरोसा दिलाया है कि मरम्मत कार्य के दौरान किसी भी समस्या पर कंट्रोल रूम से संपर्क कर मदद ली जा सकती है।