गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर शहर में शुक्रवार शाम 33 हजार वोल्ट की बिजली लाइन में खराबी आने से दुर्गाबाड़ी उपकेंद्र से जुड़े लगभग 10 हजार घरों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। शाम करीब 6:30 बजे अचानक आपूर्ति बाधित हुई, जिसके बाद क्षेत्र के कई हिस्सों में अंधेरा छा गया। उपभोक्ताओं ने पहले इसे प्रतिमा विसर्जन के चलते अस्थायी कटौती समझा, लेकिन देर रात तक बिजली नहीं लौटने पर लोगों में आक्रोश फैल गया।
सीयूजी नंबर बंद होने से नहीं मिल सकी जानकारी
उपभोक्ताओं ने जब उपकेंद्र में संपर्क करने की कोशिश की तो पाया कि कर्मचारियों ने सीयूजी नंबर बंद कर रखा है, जिससे सही कारण की जानकारी नहीं मिल पाई। स्थानीय पार्षद और नगर निगम के पूर्व उपसभापति ऋषिमोहन वर्मा ने बताया कि पहले लगा कि प्रतिमा विसर्जन के चलते बिजली काटी गई है, लेकिन बाद में स्पष्ट हुआ कि 33 हजार वोल्ट की लाइन में खराबी आने से पूरी आपूर्ति बाधित हुई।
अभियंताओं का दावा: बारिश और नमी से रिंगमेन यूनिट प्रभावित
अभियंताओं के अनुसार, बारिश के कारण रिंगमेन यूनिट में नमी आने से शॉर्ट सर्किट हुआ, साथ ही कई जगह जंपर भी कट गए। उन्होंने बताया कि प्रतिमा विसर्जन के चलते सड़कें जाम थीं, जिससे मरम्मत कार्य में देरी हुई। अभियंताओं ने रात 8 बजे तक बिजली बहाल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 10 बजे तक भी सप्लाई शुरू नहीं हो सकी।
नागरिकों में नाराजगी, उपकेंद्र की व्यवस्था पर उठे सवाल
दुर्गाबाड़ी उपकेंद्र से हुमायूंपुर उत्तरी तरंग क्रॉसिंग, सुभाष नगर चौक, हड़हवा फाटक क्रॉसिंग तक के क्षेत्र प्रभावित रहे। उपभोक्ताओं ने उपकेंद्र की लापरवाही पर नाराजगी जताई। स्थानीय नागरिक नंदलाल यादव, जयप्रकाश जायसवाल, विकास श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव, विनय रंजन और अन्य लोगों ने कहा कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद दुर्गाबाड़ी उपकेंद्र की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
अभियंताओं की सफाई और प्रशासन की चेतावनी
बिजली विभाग के अभियंताओं ने कहा कि बारिश और प्रतिमा विसर्जन के कारण तकनीकी समस्या को ठीक करने में समय लगा। वहीं अधिकारियों ने कहा कि उपकेंद्रों पर नियमित निगरानी बढ़ाई जाएगी और कर्मचारियों द्वारा सीयूजी नंबर बंद करना अनुशासनहीनता के अंतर्गत माना जाएगा। प्रशासन ने उपभोक्ताओं से कहा कि अगर ऐसी स्थिति दोबारा होती है तो वे हेल्पलाइन नंबर या कंट्रोल रूम में तुरंत सूचना दें।