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Gorakhpur News : गोरखपुर पुलिस और सोशल मीडिया की मदद से बिछड़े परिवार का पुनर्मिलन

Gorakhpur news in hindi : डोमिनगढ़ चौकी के इंस्पेक्टर रोहित ने बेसहारा व्यक्ति को नया रूप देकर सोशल मीडिया पर अपील की, जिससे गणेश अपने परिवार से मिल सके

Inspector Rohit with Ganesh at Domingarh police station before family reunion | Gorakhpur News

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में हाल ही में सोशल मीडिया और पुलिस की संयुक्त पहल ने एक बिछड़े परिवार को फिर से जोड़ दिया। डोमिनगढ़ चौकी के इंस्पेक्टर रोहित साहू ने एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति का बाल और दाढ़ी कटवाकर उसे नया रूप दिया। बेसहारा व्यक्ति जिसे पहले रमेश बम्बैया के नाम से पहचाना गया, उसकी हालत देखकर इंस्पेक्टर ने उसकी देखभाल की। उन्हें देखकर यह स्पष्ट था कि व्यक्ति का परिवार खोजा जाना चाहिए। इंस्पेक्टर ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की कि किसी को गणेश (पहचान बदलने के बाद का नाम) का परिवार पता हो तो थाने के सीयूजी नंबर पर सूचना दें। इस अपील और वीडियो के माध्यम से लोगों ने भी मदद की और अंततः गणेश के परिवार तक यह खबर पहुँच गई।

भावुक पुनर्मिलन और जनता का सहयोग

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो की मदद से गणेश के भाई नवीन चंद्र उत्तराखंड से तुरंत गोरखपुर आए और तिवारीपुर थाने पहुंचकर गणेश को घर लेकर गए। गणेश की पुनर्मिलन की खुशी में परिवार भावुक हो गया। नवीन चंद्र ने पुलिस और जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके परिवार के खोए सदस्य को सुरक्षित घर लौटाना एक अद्भुत अनुभव था। उन्होंने कहा, “जिस तरह यहां के लोग और पुलिस ने हमारी मदद की, उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। जिस भाई के मिलने की उम्मीद हमने छोड़ दी थी, अब उसे वापस पा गए।” इस पुनर्मिलन ने साबित कर दिया कि समाज में संवेदनशीलता और सहयोग की शक्ति कितनी प्रभावशाली होती है।

इंस्पेक्टर रोहित की संवेदनशीलता और प्रशासन की भूमिका

डोमिनगढ़ चौकी के इंस्पेक्टर रोहित ने गणेश को केवल बाल कटवाकर नया रूप ही नहीं दिया, बल्कि उसे नहलाया, नया कपड़ा पहनाया और खाना खिलाकर उसका नाम और जानकारी पूछी। गणेश ने शुरू में अपना नाम रमेश बताया और गुझियाघाट, रानीखेत उत्तराखंड का पता दिया। बाद में सही नाम गणेश और परिवार की जानकारी सामने आई। इंस्पेक्टर रोहित ने उसे रेलवे स्टेशन तक छोड़ा और बुके देकर विदा किया। यह कार्रवाई न केवल पुलिस की संवेदनशीलता को दिखाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि सोशल मीडिया और प्रशासन के सहयोग से सामाजिक समस्याओं को हल किया जा सकता है। गणेश के पुनर्मिलन ने यह संदेश दिया कि समाज में छोटी-छोटी पहलें, अगर सही दिशा में हों, तो बड़े परिणाम ला सकती हैं। जनता की मदद और प्रशासन की सजगता से यह घटना एक सकारात्मक उदाहरण बन गई है, जो अन्य शहरों और समुदायों के लिए प्रेरणादायक है।

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